जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की मां धनशोधन से जुड़े एक मामले में बुधवार को यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुईं, वहीं पीडीपी ने आरोप लगाया कि केंद्र ने सभी संस्थानों का ‘‘तालिबानीकरण’’ और ‘‘विकृत’’कर दिया है। अधिकारियों ने बताया कि गुलशन नजीर यहां सिविल लाइंस में स्थित एजेंसी के कार्यालय में अपनी बेटी और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के साथ पहुंची। उनकी आयु लगभग 70 वर्ष है। पूछताछ के बाद उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘नये भारत में जो भी सरकार के विभाजनकारी एजेंडा एवं नीतियों से असहमत होता है उसे एनआईए और ईडी जैसी एजेंसियों से समन भेजा जाता है। मेरी मां के मामले में घटनाक्रम बिल्कुल स्पष्ट है।’’ महबूबा ने कहा, ‘‘पीडीपी ने जब परिसीमन आयोग का बहिष्कार किया तो समन भेजा गया, पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को खत्म करने के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन के बाद एक और समन भेजा गया।’’ उन्होंने मीडिया के एक धड़े की भी आलोचना की और कहा, ‘’ एनआईए और ईडी जैसी एजेंसियों को गंभीर मामलों पर काम करना चाहिए लेकिन ‘दुर्भाग्य से उनका इस्तेमाल राजनीतिक विरोधियों को प्रताड़ित करने में किया जा रहा है। भारत सरकार ने सभी संस्थानों का तालिबानीकरण कर दिया है और कुछ हद तक गोदी मीडिया का भी, जो सच्चाई के बजाए उनके झूठ का प्रचार करती है।’’ पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की पत्नी नजीर को पहले तीन बार समन भेजा गया था। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने इस कदम को पार्टी के खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया था। पीडीपी जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने का विरोध करती रही है। धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत दायर आपराधिक मामला ईडी द्वारा कम से कम दो डायरियों की बरामदगी से जुड़ा है। ईडी ने महबूबा के एक कथित सहयोगी के आवास पर छापे मारने के बाद ये डायरियां बरामद की थीं। अधिकारियों ने बताया कि इन डायरियों में नियमों का कथित उल्लंघन करते हुए मुख्यमंत्री के विवेकाधीन कोष से किए गए कुछ कथित लेनदेन की जानकारियां हैं। उन्होंने बताया कि ऐसा आरोप है कि इन कोष से कुछ लाख रुपये नजीर और कुछ अन्य के खातों में डाले गए तथा ईडी इसके बारे में उनसे सवाल पूछना चाहता है।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।