Medak Violence:तेलंगाना के मेडक में गायों की तस्करी की घटना से तनाव की स्थिति पैदा हो गई। अवैध तस्करी ने दो समुदायों को आमने सामने ला दिया। शनिवार को गायों को अवैध तरीके से ले जाया जा रहा था। तनाव को देखते हुए प्रशासन ने रामदास चौरास्ता के आस पास धारा 144 लागू कर दी है।
गौरतलब है कि धारा 144 हिंसा या दंगे जैसी स्थिति को रोकने के लिए लागू की जाती है। मेढक के एसपी कार्यालय के मुताबिक स्थिति अब नियंत्रण में है। पुलिस ने बताया कि मामले पर काबू पा लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है और दोनों पक्षों से कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।
मिला जानकारी के मुताबिक तनाव की स्थिति तब पैदा हुई जब भाजपा युवा मोर्चा ने गायों को ले जा रहे वाहन को रोका । पुलिस से शिकायत न कर उन्होंने सीधा ही विरोध प्रदर्शन चालू कर दिया। इसके बाद जो झड़पें हुईं तो दो लोग घायल हो गए और फिर दोनों समुदाय आमने सामने आ गए। यहां तक कि जहां घायल लोगों को ले जाया गया। उस अस्पताल पर भी हमला बोला गया।
इस बीच, एआईएमआईएम विधायक कारवान एम. कौसर मोहिउद्दीन ने आरोप लगाया कि हजारों राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और हिंदू वाहिनी के सदस्यों ने मदरसे पर हमला किया और प्रबंधन को गंभीर रूप से घायल कर दिया।
उन्होंने आगे कहा कि जब घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, तो भीड़ ने फिर से उन पर हमला कर दिया और अस्पताल में तोड़फोड़ की। विधायक कौसर ने कहा, "एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी मेडक शहर में शांति सुनिश्चित करने के लिए पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ समन्वय कर रहे हैं। मैंने एसपी मेडक के साथ-साथ अन्य अधिकारियों से भी बात की।
मदरसा मिन्हाज उल उलूम, इंद्रपुरी कॉलोनी ने कुर्बानी का आयोजन किया था, जिसका आरएसएस/हिंदू वानी ने विरोध किया था। ऑर्थोपेडिक अस्पताल, पुलिस स्टेशन मेडक के सामने हिंदू वानी और भाजपा सदस्यों ने घेराव कर लिया है। भाजपा सदस्यों द्वारा जुलूस निकाला जा रहा है, जिसमें दुकानों और अन्य प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचाया गया है। हनी बेकरी और अन्य मुस्लिम संपत्तियों को अब निशाना बनाया जा रहा है।"
विधायक कौसर ने कहा कि हनुमान जयंती के दौरान भी ऐसी ही घटना हुई थी, जिसमें कई मुसलमानों पर हमला किया गया था और उनकी दुकानों में तोड़फोड़ की गई थी। उन्होंने भाजपा, आरएसएस और हिंदू वाहिनी पर राज्य में हिंसा भड़काने और शांति भंग करने का आरोप लगाया और कहा कि जहां भी भाजपा जीती है, वहां ऐसी हिंसा होती है।