नई दिल्ली: भगौड़े जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण को लेकर विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए कहा कि ओमान से इस्लामिक उपदेशक के प्रत्यर्पण के प्रयास जारी हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची से जब विवादास्पद इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक की ओमान में मौजूदगी और उसके प्रत्यर्पण से संबंधित पूछा गया तो उन्होंने इसका जवाब देते हुए कहा कि नाइक भारत में कई मामलों में आरोपी है और न्याय से भगोड़ा है।
उन्होंने कहा कि हमने इस मामले को ओमान सरकार और ओमान के अधिकारियों के साथ उठाया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, हम उसे भारत में लाने के लिए सभी आवश्यक उपाय करना जारी रखेंगे। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा 2016-2017 में शुरू की गई जांच में वांछित नाइक बुधवार की सुबह ओमान पहुंचा, कथित तौर पर 'राज्य अतिथि' के रूप में ' रमजान की पूर्व संध्या पर एक सार्वजनिक व्याख्यान देने के लिए खाड़ी देश में पहुंचा है।
भारत के सुरक्षा-राजनयिक अधिकारी ओमान में अधिकारियों के साथ कूटनीतिक प्रयास करने के लिए स्थिति पर नजर रख रहे हैं ताकि नाइक की नज़रबंदी के विकल्पों का पता लगाया जा सके, उसके बाद अदालतों में लंबित मामलों में मुकदमा चलाने के लिए भारत में निर्वासन / प्रत्यर्पण किया जा सके। नाइक ने अपने ऊपर लगे गलत कामों के सभी आरोपों को खारिज किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नाइक मलेशिया के कुआलालंपुर से उड़ान भरकर सुबह करीब 5 बजे ओमान पहुंचा, जहां उसे मलेशियाई सरकार द्वारा स्थायी निवासी का दर्जा दिया गया है। नाइक की हिरासत के लिए उपलब्ध कानूनी विकल्पों की जांच के लिए ओमान में अपने समकक्षों के साथ भारत द्वारा राजनयिक प्रयास किए जा रहे हैं। भारत और ओमान ने जून 2006 में आपसी प्रत्यर्पण संधि की थी। नाइक 2016 में भारत से भागकर मलेशिया में रह रहा है।