Maratha Reservation Protest: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन पर हिंसा तेज हो गई है। कई जिलों में प्रदर्शनकारियों ने हंगामा शुरू किया है। शिंदे सरकार ने पुलिस बल को अलर्ट कर दिया है।प्रदर्शनकारियों कई विधायक आवास को फूंक दिया है। कल्याण कर्नाटक सड़क परिवहन निगम (केकेआरटीसी) ने परिवहन सेवा को रोक दिया है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को कार्यकर्ता मनोज जारांगे पाटिल से कहा कि मराठा समुदाय को कुनबी प्रमाण पत्र देने के संबंध में आज की कैबिनेट बैठक में ठोस निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि मराठा आरक्षण के मुद्दे को कानूनी रूप से हल करना जरूरी है और इसके लिए सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव याचिका दायर की है।
कल्याण कर्नाटक सड़क परिवहन निगम (केकेआरटीसी) ने महाराष्ट्र के ओमेरगा में मराठा आरक्षण को लेकर चल रहे आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारियों द्वारा उनकी एक बस को जलाये जाने के बाद आंदोलन प्रभावित राज्य के लिए अपनी सेवाएं निलंबित कर दी हैं। परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ।
यह घटना उस समय हुई तब राज्य के स्वामित्व वाली केकेआरटीसी की बस बीदर के भाल्की से पुणे जा रही थी। अधिकारी ने कहा, ‘‘इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने सभी यात्रियों को उतार दिया था और उसके बाद बस में आग लगा दी गई। यात्रियों को उनके गंतव्य तक ले जाने के लिए तुरंत वैकल्पिक व्यवस्था की गई।’’
अधिकारी ने कहा, ‘‘स्थिति सामान्य होने तक हम उस राज्य के लिए बस का परिचालन बंद रखेंगे।’’ महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान हिंसा की घटनाओं के बाद धाराशिव जिले में कर्फ्यू लगाया गया है। स्थानीय प्रशासन ने यह जानकारी दी। जिलाधिकारी सचिन ओंबासे द्वारा सोमवार रात को जारी एक आदेश के अनुसार, कर्फ्यू के दौरान पांच से अधिक लोगों के एकत्रित होने पर मनाही है।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, जिले में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 (2) के तहत कर्फ्यू लगाया गया है और अगले आदेश तक कर्फ्यू जारी रहेगा। इसमें कहा गया है कि यह आदेश जिले में स्कूल, कॉलेज और दुकानों पर लागू रहेगा। हालांकि, दवा और दूध की दुकानों, सरकारी कार्यालयों, बैंकों, सार्वजनिक परिवहन सेवाओं, अस्पतालों और मीडिया को इससे छूट दी गयी है।
जिले के विभिन्न हिस्सों में मराठा समुदाय को आरक्षण देने की मांग को लेकर आंदोलन और भूख हड़ताल चल रही है। महाराष्ट्र में मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर जारी आंदोलन के दौरान सोमवार को हिंसा तथा आगजनी हुई। प्रदर्शनकारियों ने तीन विधायकों के घरों या कार्यालय में आगजनी व तोड़फोड़ की, नगर परिषद की एक इमारत को निशाना बनाया और सड़क यातायात अवरुद्ध किया।
हिंसा तथा आगजनी की ज्यादातर घटनाएं बीड जिले में हुई जहां स्थानीय प्रशासन ने सोमवार को कुछ हिस्सों में ‘‘अगले आदेश’’ तक कर्फ्यू लगा दिया और एक इलाके में पुलिस ने मराठा आंदोलनकारियों को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। ये प्रदर्शनकारी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के एक नेता के घर के बाहर एकत्रित हुए थे।
बीड में सोमवार शाम को राकांपा के स्थानीय कार्यालय में भी आग लगा दी गयी। बीड में प्रदर्शनकारियों ने राकांपा के दो विधायकों के घरों में भी आग लगा दी जबकि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के एक अन्य विधायक के कार्यालय में तोड़फोड़ की। इन घटनाओं में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
मराठा आरक्षण की मांग के समर्थन में भाजपा विधायक ने विधानसभा से इस्तीफा दिया
महाराष्ट्र में बीड जिले के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक विधायक ने मराठा आरक्षण की मांग को लेकर सोमवार को विधानसभा से इस्तीफा दे दिया। गेवराई विधानसभा क्षेत्र के विधायक लक्ष्मण पवार ने कहा कि मराठा आरक्षण मुद्दा सालों से लंबित है। पवार ने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को भेजे पत्र में कहा, ‘‘मराठा आरक्षण मुद्दा कई सालों से लंबित है।
मैं मराठा समुदाय की मांग का समर्थन करता हूं। उनकी मांग के समर्थन में मैं अपना इस्तीफा दे रहा हूं।’’ शिवसेना की अगुवाई वाले सत्तारूढ़ गठबंधन का भाजपा भी हिस्सा है। इस गठबंधन में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) भी शामिल है। महाराष्ट्र के बीड जिले के कई हिस्सों में मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान बड़े पैमाने पर हिंसा और आगजनी होने के बाद सोमवार शाम कर्फ्यू लगा दिया गया।
दो विधायक और राज्य के एक पूर्व मंत्री प्रदर्शनकारियों के गुस्से का सामना करना पड़ा। स्थानीय प्रशासन ने यह जानकारी दी। एक अधिकारी ने बताया कि मध्य महाराष्ट्र के बीड में इंटरनेट सेवा ठप कर दी गयी है। जिलाधिकारी दीपा मुढोल मुंडे ने बीड शहर और जिले में नेताओं की संपत्तियों को निशाना बनाते हुए की गयी हिंसा और आगजनी की कई घटनाओं के बाद कर्फ्यू लगाने का आदेश जारी किया।
मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर जारी आंदोलन को सोमवार को हिंसा और आगजनी ने अपनी गिरफ्त में ले लिया। प्रदर्शनकारियों ने तीन विधायकों के घरों और कार्यालयों में तोड़फोड़ की और आग लगा दी तथा एक नगरपालिका भवन को फूंकने के साथ सड़क जाम कर दिया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
हिंसा की घटनाएं मध्य महाराष्ट्र के बीड जिले में हुईं जहां स्थानीय प्रशासन ने उसके कुछ हिस्सों में अगले आदेश तक कर्फ्यू लगा दिया। एक इलाके में पुलिस ने मराठा प्रदर्शनकारियों को तितर-बीतर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे जो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के एक नेता के घर के बाहर एकत्र हुए थे। बीड में शाम को स्थानीय राकांपा कार्यालय को भी फूंक दिया गया।
(इनपुट एजेंसी)