महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर जारी गतिरोध के बीच शुक्रवार को एनडीए की सहयोगी और आरपीआई प्रमुख रामदास अठावले ने सरकार गठन के मसले पर चर्चा के लिए एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की।
अठावले से मुलाकात के बाद शरद पवार ने कहा, 'शिवसेना और बीजेपी को जनादेश मिला है और उन्हें ही सरकार बनानी चाहिए। रामदास अठावले और मैंने चर्चा के बाद इसी पर सहमति जताई है। साथ ही सरकार गठन में देरी से राज्य को आर्थिक और आम तौर पर प्रभावित कर रहा है।'
कब तक इंतजार करेंगे, राष्ट्रपति, राज्यपाल: पवार
पीटीआई के मुताबिक, महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर जारी गतिरोध पर पवार ने कहा, 'राष्ट्रपति, राज्यपाल कब तक इंतजार कर सकते हैं, उन्हें कोई फैसला लेना ही पड़ेगा।'
शरद पवार ने बीजेपी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित न किए जाने को लेकर कहा, 'पता नहीं क्यों महाराष्ट्र के राज्यपाल सबसे बड़े दल को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित नहीं कर रहे हैं।'
महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगने की संभावनाओं पर पवार ने कहा, 'राष्ट्रपति शासन तो लग सकता है लेकिन हाल-फिलहाल में महाराष्ट्र में दोबारा चुनाव होने की संभावना नहीं है।'
महाराष्ट्र में 24 अक्टूबर को आए विधानसभा चुनाव नतीजों के 15 दिन बाद भी बीजेपी और शिवसेना के बीच सीएम पद को लेकर जारी गतिरोध दूर न होने से नई सरकार गठन को लेकर सहमति नहीं बन पाई है। शिवसेना चुनाव पूर्व की गई 50: 50 डील के तहत दोनों पार्टियों के लिए ढाई-ढाई साल सीएम पद की मांग कर रही है, लेकिन बीजेपी ने ऐसे किसी वादे से इनकार किया है।
इसी बात को लेकर दोनों पार्टियों के बीच तल्ख बयानबाजी जारी है। महाराष्ट्र विधानसभा का वर्तमान कार्यकाल शनिवार को समाप्त हो रहा है, ऐसे में नई सरकार गठन के लिए महज एक दिन का समय बचा है।
ऐसे में अब राज्यपाल की भूमिका अहम होगी और नई सरकार गठन के लिए पार्टियों को और समय देने या राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने पर फैसला वह अपने विवेक के अनुसार करेंगे।
महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों के लिए हुए चुनाव में इस बार बीजेपी ने 105 और शिवसेना ने 56 जबकि एनसीपी ने 54 और कांग्रेस ने 44 सीटें जीती हैं।
(PTI इनपुट्स के साथ)