Maharashtra Political Crisis: शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद संजय राउत ने कहा कि बैठक में 6 प्रस्ताव पास हुए हैं। छठे प्रस्ताव में कहा गया है कि बालासाहेब ठाकरे का नाम अगर कोई अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए इस्तेमाल करता है तो हमें ये मंजूर नहीं, उसपर क़ानूनी कार्रवाई की जाएगी।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राज्य सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल हुए। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि जिन लोगों ने, चाहे वे कितने भी बड़े नेता हों, जिसने शिवसेना के साथ गद्दारी या बेईमानी की है उनपर कठोर कार्रवाई करने के सर्वाधिकार हमने एक प्रस्ताव के माध्यम से उद्धव ठाकरे साहब को दिए हैं।
शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी जिसकी आज दोपहर सीएम उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में एक बैठक हुई, ने एक प्रस्ताव पारित किया जिसमें कहा गया कि किसी को भी नया समूह बनाने के लिए पार्टी या बालासाहेब ठाकरे के नाम का उपयोग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
बागी विधायक दीपक केसरकर ने कहा कि उनका संगठन कोई नहीं तोड़ रहा है, हम भी उस संगठन के सदस्य हैं, कल भी रहेंगे। जब उद्धव ठाकरे को हक़ीक़त का पता चलेगा तब वो शायद ये निर्णय लें कि हमने जो किया था वो लोगों को सही नहीं लग रहा तो हम अपना निर्णय बदलते हैं, वो नेता हैं कुछ भी कर सकते हैं।
शिवसेना नेता संजय राउत ने मुंबई में कहा कि उद्धव ठाकरे ने कहा है कि जो लोग छोड़कर गए हैं, वे शिवसेना के नाम से वोट मत मांगे और अगर वोट मांगते हैं तो अपने खुद के बाप के नाम पर मांगे। शिवसेना के बाप बालासाहेब ठाकरे के नाम पर वोट मत मांगे।
संजय राउत के बयान पर बागी विधायक दीपक केसरकर ने कहा कि उन्होंने(संजय राउत) जो बात कही हम इस बारे में जरूर सोचेंगे। हमारा नाम तो शिवसेना ही है, अगर उन्हें लगता है कि उसमें कुछ नहीं जोड़ना तो हम उसको शिवसेना बोलेंगे, हम उनका आदर करेंगे।
महाराष्ट्र में बागी विधायकों के कार्यालयों और आवासों पर हमलों की घटनाओं का जिक्र करते हुए केसरकर ने कहा, 'हम मुख्यमंत्री से यह भी कहना चाहते हैं कि वह अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी निभाएं और सुनिश्चित करें कि हिंसा हो, हम वापस लौटने में सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं क्योंकि अपराधियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।”