मुंबई: उद्धव ठाकरे सरकार के गृह विभाग ने इस वर्ष गणेशोत्सव समारोह के लिए संबंधित नगर पालिका या स्थानीय प्राधिकरण से पहले ही अनुमति लेने का सर्कुलर जारी किया है।
राज्य सरकार की ओर से सभी 'मंडलों' के लिए एक परिपत्र जारी कर यह भी कहा गया है कि इस उत्सव के दौरान अधिकतम मूर्ति की ऊंचाई 4 फीट होनी चाहिए।
बता दें कि देश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और कोरोना संक्रमण के सर्वाधिक मामले महाराष्ट्र राज्य में बढ़ रहे हैं। ऐसे में साफ है कि इस बार गणेश उत्सव पर कोरोना महामारी का भी असर पड़ने वाला है।
गणेश उत्सव को लेकर सरकार ने बनाए ये नियम-
महाराष्ट्र सरकार ने पंडालों में चार फुट से ऊंची गणेश प्रतिमा की इजाजत नहीं होगी। महाराष्ट्र होम डिपार्टमेंट की ओर से जारी की गई एसओपी के अनुसार, घर के लिए गणेश प्रतिमा अधिकतम 2 फुट की होनी चाहिए।
लोग घर पर ही गणेश महोत्सव की पूजा करें। वहीं अगर किसी को प्रतिमा खरीदनी है तो पर्यावरण के अनुकूल मिट्टी की मूर्तियों को प्राथमिकता दें।सरकार ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते कहर को देखते हुए इस बार गणेश महोत्सव एकदम साधारण तरीके से मनाया जाएगा। इस बार घर के अंदर ही गणेश महोत्सव का आयोजन और घर के अंदर ही विसर्जन करने की कोशिश करें।
अगर ऐसा नहीं कर पा रहे हैं तो नजदीकी कृत्रिम तालाब में विसर्जन करें। 2021 की माघी गणपति तक विसर्जन स्थगित करना चाहिए।
अजित पवार ने भी कोरोना को लेकर लोगों से गणेश उत्सव के दौरान सावधानी बरतने की अपील की-
बता दें कि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पिछले दिनों राज्य के लोगों से गणेश उत्सव के दौरान सावधानी बरतने की अपील की थी। इसके साथ ही डिप्टी सीएम ने कोरोना संक्रमण के चलते पुणे के मंडलों द्वारा आगामी गणेशोत्सव धूमधाम से नहीं मनाने का फैसला लिए जाने का स्वागत किया था।
उपमुख्यमंत्री पवार ने विश्वास जताया था कि मुंबई और राज्य के अन्य हिस्सों में भी मंडल मौजूदा महामारी को देखते हुए ऐसा ही निर्णय लेंगे। महाराष्ट्र में प्रति वर्ष मनाया जाने वाला गणेशोत्सव यहां के महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है।