सोलापुर (महाराष्ट्र): महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोलापुर जिले में आषाढ़ी एकादशी उत्सव के अवसर पर पंढरपुर वारी यात्रा में भाग लिया। इस बीच वडाला के विट्ठल मंदिर में आषाढ़ी एकादशी के अवसर पर भक्तों की भारी भीड़ देखी गई। परंपरा और आध्यात्मिकता में गहराई से निहित यह वार्षिक कार्यक्रम, पूरे क्षेत्र से अनगिनत उपासकों को आकर्षित करता है।
पारंपरिक पोशाक में सजे हुए भक्त अनुष्ठान में भाग लेने और आशीर्वाद लेने के लिए सुबह से ही मंदिर में एकत्र हुए। इस अवसर के लिए खूबसूरती से सजाया गया मंदिर, भक्ति भजनों और मंत्रों से गूंज उठा, जिससे एक शांत और आध्यात्मिक माहौल बन गया। आषाढ़ी एकादशी हिंदू कैलेंडर में एक महत्वपूर्ण दिन है जो मानसून के मौसम की शुरुआत का प्रतीक है और यह भगवान विष्णु के स्वरूप भगवान विट्ठल को समर्पित है।
आषाढ़ी एकादशी को देवशयनी एकादशी और शयनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। ये साल में पड़ने वाली सबसे महत्वपूर्ण एकादशियों में से एक है क्योंकि यह भगवान विष्णु के गहरी नींद में जाने का प्रतीक है। भगवान विष्णु और श्री कृष्ण के भक्त इस दिन सख्त उपवास रखते हैं।
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, देवशयनी एकादशी आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को आती है और ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, देवशयनी एकादशी जून और जुलाई के बीच आती है। इस बार देवशयनी एकादशी व्रत 17 जुलाई, बुधवार को है। इसी दिन चातुर्मास भी प्रारंभ होगा।