मुंबई: महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार के द्वारा औरंगाबाद और उस्मानाबाद के नाम बदलने की समीक्षा करने के महाराष्ट्र सरकार के फैसले के खिलाफ औरंगाबाद में शिवसेना (ठाकरे गुट) ने विरोध प्रदर्शन किया है। शिंदे सरकार ने शनिवार को औरंगाबाद का नाम छत्रपति संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम धाराशिव करने की घोषणा की है।
साथ ही कहा कि इससे पहले कि सरकार (एमवीए सरकार) का फैसला गैर कानूनी था। शिंदे सरकार ने कहा, उद्धव सरकार ने यह फैसला तब लिया जब उनकी सरकार अल्पमत में थी, इसीलिए इस पर हम फैसला लेंगे।
बता दें कि इससे पहले महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के उपरोक्त शहरों और एयरपोर्ट का नाम बदलने का ऐलान किया था। उनकी सरकार के द्वारा ये ऐलान तब हुआ था जब एकनाथ शिंदे के साथ करीब 40 विधायक गुवाहाटी पहुंच गए थे। एकनाथ शिंदे ने सीएम बनने के बाद अब खुद कैबिनेट बैठक कर इस फैसले पर मुहर लगाई है।
औरंगाबाद और उस्मानाबाद के नाम बदलने को लेकर इससे पहले एकनाथ शिंदे ने कहा था कि उद्धव ठाकरे ने ये फैसला नहीं लिया था, बल्कि शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे ने कई दशक पहले औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर करने का ऐलान किया था।