मुंबईः महाराष्ट्र सरकार ने बड़ा फैसला किया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि अहमदनगर जिले का नाम बदला जाएगा। शिंदे ने बताया कि राज्य सरकार ने ‘पुण्यश्लोक अहिल्या देवी होल्कर के नाम पर अहमदनगर जिले का नामकरण करने का निर्णय लिया है। चौंडी में सभा को संबोधित कर रहे थे।
भविष्य में यह जिला अहिल्यानगर के नाम से जाना जाएगा। इससे पहले उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने अपने भाषण में मांग की थी कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को अहिल्यानगर बनाना चाहिए। उसके बाद मुख्यमंत्री ने तुरंत यह घोषणा की। अहिल्या देवी की 298वीं जयंती आज हर जगह मनाई जा रही है।
मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री नगर के चौंडी में कार्यक्रम की बधाई देने पहुंचे। उन्होंने घोषणा की कि अहमदनगर जिले का नाम बदलकर 'अहिल्यानगर' किया जाएगा। यह हमारा सौभाग्य है कि नाम बदलकर अहिल्यानगर करने का निर्णय हमारे समय में हो रहा है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि साथ ही इस नाम बदलने से शहर जिले का गौरव भी हिमालय के बराबर होगा।
लगातार मांग के बीच इस जिले का नाम अहिल्यानगर रखा गया है। हमारी सरकार हिंदुत्व सरकार है, हम छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम बोलते हैं। आपके नेतृत्व में हमने छत्रपति संभाजीनगर बनाया है, धाराशिव बनाया है। अब अहिल्यानगर भी आपके नेतृत्व में यहाँ होना चाहिए।
देवेंद्र फड़नवीस ने मांग की और कुछ देर बाद मुख्यमंत्री ने घोषणा की। अहमदनगर जिले का नाम बदलने की लगातार मांग की जा रही थी। राधाकृष्ण विखे पाटिल, राम शिंदे, गोपीचंद पाडलकर और अन्य नेता लगातार इसके लिए जोर दे रहे थे।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने बुधवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से अहमदनगर शहर का नाम बदलकर ‘अहिल्यानगर’ करने का अनुरोध किया था। फड़नवीस, शिंदे और राज्य के कई मंत्री मराठा मालवा साम्राज्य की होलकर रानी अहिल्याबाई होलकर की पुण्यतिथि पर एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए अहमदनगर में मौजूद थे।
इस साम्राज्य को पूरे भारत में मंदिरों और ‘धर्मशालाओं’ का निर्माण कराने के लिए जाना जाता है। फड़नवीस ने कहा, ‘‘अगर राजमाता अहिल्यादेवी होलकर नहीं रही होतीं तो काशी नहीं बचा होता। अगर वह नहीं होती तो हमारे पास भगवान शिव के मंदिर नहीं होते।
उपमुख्यमंत्री ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिंदे नीत शिवसेना के सत्तारूढ़ गठबंधन को ‘‘हिंदुत्व’’ सरकार बताया। उन्होंने कहा, ‘‘हम छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम जपने वाले लोग हैं। हमने आपके (शिंदे) नेतृत्व में संभाजीनगर नाम रखा, हमने धाराशिव नाम रखा।
मुझे विश्वास है कि मुख्यमंत्री छत्रपति शिवाजी महाराज के ‘मावला’ (सैनिक) हैं और इसलिए अहमदनगर का नाम बदलकर अहिल्यानगर किया जाएगा।’’ अहमदनगर नाम 15वीं सदी के शासक अहमद निजाम शाह प्रथम के नाम पर पड़ा है। अहिल्यादेवी होल्कर का जन्म आज के अहमदनगर जिले के एक धनगर परिवार में हुआ था।
उनका जन्म अहमदनगर जिले के चौंडी गांव में हुआ था। माना जाता है कि पुणे से लगभग 120 किलोमीटर दूर उत्तर-पूर्व में अहमदनगर शहर की स्थापना 1490 में अहमद निजाम शाह प्रथम ने की थी। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने औरंगाबाद शहर का नाम बदलकर ‘छत्रपति संभाजीनगर’ और उस्मानाबाद शहर का नाम ‘धाराशिव’ करने को मंजूरी दी थी।