नई दिल्ली: संसद के मानसून सत्र में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला अनुचित व्यवहार के लिए किसी सदस्य को डांटने से नहीं चूक रहे हैं। फिर चाहें वह सत्ता पक्ष का मंत्री ही क्यों न हो। गुरुवार को निचले सदन में भी ऐसा ही एक मामला देखने को मिला, जब स्पीकर बिरला ने सदन में सत्ताधारी सरकार के एक सदस्य और एक मंत्री को "जेब में हाथ डालने" के लिए डांटा।
दरअसल, सोशल मीडिया पर अब एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला मंत्री से कह रहे हैं, "मंत्री जी हाथ जेब से बाहर निकालिए"। इसके बाद बिरला ने सभी सदस्यों से अनुरोध किया कि सदन में रहते हुए वे जेब में हाथ न डालें।
उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि अगर कोई सदस्य बोल रहा है, तो सामने बैठा सदस्य उठकर न बैठें और बल्कि कहीं पीछे बैठने की कोशिश करें ताकि बोलने वाले सदस्य को बाधा न पहुंचे। वीडियो में बिरला की टिप्पणी के बाद स्पष्टीकरण देने की कोशिश कर रहे एक व्यक्ति की आवाज भी सुनाई दे रही है। हालांकि, वीडियो में यह नहीं दिखाया गया कि लोकसभा अध्यक्ष ने किस मंत्री को डांटा।
पिछले दो दिनों में यह दूसरी बार है जब आम तौर पर शांत रहने वाले लोकसभा अध्यक्ष को सदन के अंदर किसी सांसद को सही करने की कोशिश करते देखा गया। 24 जून को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी के बीच हुई नोकझोंक वायरल हुई थी।
वीडियो में ओम बिरला टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी से बजट पर बोलते समय पिछली घटनाओं के बारे में बात न करने और अपने भाषण में केवल मौजूदा बजट पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहते हुए दिखाई दे रहे थे।
अभिषेक बनर्जी ने पलटवार करते हुए कहा, "तो फिर आपको तब कोई समस्या क्यों नहीं होती जब कोई नेहरू जी पर बोलता है और 60 साल पुरानी बातें करता है।" बनर्जी ने आगे कहा कि अगर वह नोटबंदी (जो 2016 में हुई थी) पर बोलते हैं, तो स्पीकर को समस्या है।
केंद्रीय बजट और मोदी 3.0 का पहला बजट 23 जुलाई को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया गया। विपक्ष ने बजट की आलोचना करते हुए इसे सरकार द्वारा अपने गठबंधन सहयोगियों को खुश रखने की कवायद बताया और आरोप लगाया कि बजट में कई राज्यों के साथ भेदभाव किया गया।