नई दिल्ली: कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आलोचना की और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आपको कभी नहीं बताएंगे कि आज 21 अरबपतियों के पास मिलकर 70 करोड़ भारतीयों से अधिक संपत्ति है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार जयराम ने कहा, "साल 2012 से 2021 तक देश में बनाई गई 40 प्रतिशत से अधिक संपत्ति सिर्फ 1 प्रतिशत आबादी के पास गई है। जबकि कुल वस्तु और सेवा कर (जीएसटी) का लगभग 64 फीसदी देश के गरीब, निम्न मध्यम वर्ग और मध्यम वर्ग से आता है।"
उन्होंने कहा, "पिछले दस वर्षों में अधिकांश सार्वजनिक संपत्ति और संसाधन एक या दो कंपनियों को बेच दिए गए हैं। अर्थशास्त्रियों ने बताया है कि अर्थव्यवस्था में बढ़ते एकाधिकार ने मुद्रास्फीति को जन्म दिया है। आज 21 अरबपतियों के पास कुल मिलाकर 70 करोड़ भारतीय से अधिक संपत्ति रखते हैं।“
इसके अलावा, कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत को तेजी से आर्थिक विकास की जरूरत है, अधिक समावेशी आर्थिक विकास की जरूरत है और अधिक टिकाऊ पर्यावरणीय विकास की जरूरत है।
उन्होंने जोर देकर कहा, "केवल इंडिया गठबंधन ही ये तीनों काम कर सकता है और करेगा।"
इस बीच वरिष्ठ कांग्रेस नेता और वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग को अपनी याचिका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के बांसवाड़ा में दिये हालिया चुनावी भाषण में 'व्यक्ति की स्थिति की परवाह किए बिना' उनके खिलाफ 'उचित कार्रवाई' करने का आग्रह किया है।
सिंघवी ने कहा कि प्रधानमंत्री का बयान 'गंभीर लेकिन साथ में हास्यास्पद रूप से आपत्तिजनक' भी था। पीएम मोदी ने कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला करते हुए 21 अप्रैल को आरोप लगाया कि कांग्रेस लोगों का सोना और संपत्ति छीनना चाहती है और इसे "अधिक बच्चे वाले लोगों" के बीच वितरित करना चाहती है।
पीएम मोदी ने राजस्थान के बांसवाड़ा में अपने भाषण में कहा कि यदि कांग्रेस सत्ता में आई, तो वह लोगों की संपत्ति को मुसलमानों में फिर से वितरित करेगी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की टिप्पणी का हवाला दिया कि देश के संसाधनों पर अल्पसंख्यक समुदाय का पहला दावा था। मोदी ने आगे आरोप लगाया कि कांग्रेस लोगों की मेहनत की कमाई और कीमती सामान "घुसपैठियों" और "जिनके अधिक बच्चे हैं" को देने की योजना बना रही है।