छत्तीसगढ़ बीजेपी और प्रदेश कांग्रेस के बीच इन दिनों सोशल मीडिया पर एक-दूसरे के ऊपर व्यंग और कटाक्ष में लगे हैं। हाल ही में बीजेपी और कांग्रेस के ऑफिशियल टि्वटर हैंडल से गधा और कुत्ता जैसे शब्दों का प्रयोग करते हुए पोस्ट किए जा रहे हैं।
दरअसल, कुछ दिन पहले केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने देश में चीतों की बढ़ती संख्या को लेकर एक ट्वीट किया। इस ट्वीट में केंद्रीय मंत्री ने बाघ और शेर के बाद देश में चीतों की संख्या में सकारात्मक वृद्धि की जानकारी दी थी।जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में बाघों और शेरों के बाद अब तेंदुओं की संख्या बढ़ने को 'बहुत अच्छी खबर' बताया और इसके लिए मंगलवार को वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में काम करने वाले सभी लोगों को बधाई दी।
प्रधानमंत्री के इसी ट्वीट के बाद छत्तीसगढ़ में सत्तारूढ़ कांग्रेस और मुख्य विपक्षी दल बीजेपी के बीच सोशल मीडिया-वॉर शुरू हो गया। छत्तीसगढ़ कांग्रेस इकाई की सोशल मीडिया विंग की तरफ से प्रधानमंत्री के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए एक टिप्पणी की गई। टि्वटर पर किए गए इस पोस्ट को लेकर छत्तीसगढ़ बीजेपी इकाई हमलावर हो गई। बीजेपी को यह पोस्ट नागवार गुजरा और उसने फौरन कांग्रेस के पोस्ट के जवाब में करारा 'हमला' किया।
बता दें कि केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को ‘भारत में 2018 में तेंदुओं की स्थिति’ शीर्षक से एक रिपोर्ट जारी की थी। इसके मुताबिक भारत में तेंदुओं की संख्या 2014 में करीब 8,000 थी जो 2018 में बढ़कर लगभग 12,852 से अधिक हो गई है।
मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘बहुत अच्छी खबर। बाघों और शेरों के बाद अब तेदुओं की संख्या बढ़ी है। वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में काम करने वाले सभी लोगों को बधाई। हमें इस प्रयास को जारी रखना है और वन्यजीवों के लिए सुरक्षित ठिकाना सुनिश्चित करना है।’’ रिपोर्ट जारी करने के बाद जावड़ेकर ने कहा था कि तेंदुओं के अलावा देश में बाघों और शेरों की संख्या भी बढ़ी है, जो दिखाता है कि देश अपनी पारिस्थितिकी और जैव विविधता दोनों की अच्छे से रक्षा कर रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘2014 में तेंदुओं की संख्या 8,000 थी। बाघों, एशियाई शेरों और अब तेंदुओं की संख्या में वृद्धि दर्शाती है कि भारत किस तरह अपने पर्यावरण, पारिस्थितिकी और जैव विविधता की रक्षा कर रहा है।’’ रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 2018 में तेंदुओं की संख्या 12,852 थी, जिनमें से सबसे अधिक 3,421 तेंदुए मध्य प्रदेश में पाए गए। कर्नाटक में इनकी संख्या 1,783 और महाराष्ट्र में 1,690 है। पूर्वोत्तर के पहाड़ी क्षेत्र में सिर्फ 141 तेंदुए पाए गए।