Khel Ratna 2025: दो ओलंपिक पदक जीतने वाली निशानेबाज मनु भाकर, शतरंज विश्व चैम्पियन डी गुकेश समेत चार खिलाड़ियों को इस साल देश के सर्वोच्च खेल सम्मान मेजर ध्यानचंद खेलरत्न पुरस्कार के लिये चुना गया है जबकि अर्जुन पुरस्कार के लिये चुने गए 32 खिलाड़ियों में रिकॉर्ड 17 पैरा एथलीट हैं। खेलरत्न पुरस्कार पाने वालों में पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पैरा एथलीट प्रवीण कुमार भी शामिल हैं। विजेताओं को 17 जनवरी 2025 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति भवन में एक विशेष कार्यक्रम में पुरस्कार प्रदान करेंगी।
Khel Ratna 2025: 2024 के लिए राष्ट्रीय खेल पुरस्कार विजेताओं की सूची इस प्रकार-
मेजर ध्यानचंद खेल रत्न:
गुकेश डी (शतरंज)
हरमनप्रीत सिंह (हॉकी)
प्रवीण कुमार (पैरा-एथलेटिक्स)
मनु भाकर (निशानेबाजी)
अर्जुन पुरस्कार:
ज्योति याराजी (एथलेटिक्स)
अनु रानी (एथलेटिक्स)
नीतू (मुक्केबाजी)
स्वीटी (मुक्केबाजी)
वंतिका अग्रवाल (शतरंज)
सलीमा टेटे (हॉकी)
अभिषेक (हॉकी)
संजय (हॉकी)
जरमनप्रीत सिंह (हॉकी)
सुखजीत सिंह (हॉकी)
राकेश कुमार (पैरा-तीरंदाजी)
प्रीति पाल (पैरा-एथलेटिक्स)
जीवांजी दीप्ति (पैरा-एथलेटिक्स)
अजीत सिंह (पैरा-एथलेटिक्स)
सचिन सरजेराव खिलारी (पैरा-एथलेटिक्स)
धरमबीर (पैरा-एथलेटिक्स)
प्रणव सूरमा (पैरा-एथलेटिक्स)
एच होकाटो सेमा (पैरा-एथलेटिक्स)
सिमरन (पैरा-एथलेटिक्स)
नवदीप (पैरा-एथलेटिक्स)
नितेश कुमार (पैरा-बैडमिंटन)
तुलसिमति मुरुगेसन (पैरा-एथलेटिक्स)
नित्या श्रे सुमति सिवन (पैरा-बैडमिंटन)
मनीषा रामदास (पैरा-बैडमिंटन)
कपिल परमार (पैरा-जूडो)
मोना अग्रवाल (पैरा-निशानेबाजी)
रूबीना फ्रांसिस (पैरा-निशानेबाजी)
स्वप्निल सुरेश कुसाले (निशानेबाजी)
सरबजोत सिंह (निशानेबाजी)
अभय सिंह (स्क्वाश)
साजन प्रकाश (तैराकी)
अमन सहरावत (कुश्ती)।
अर्जुन पुरस्कार (लाइफटाइम):
सुच्चा सिंह (एथलेटिक्स)
मुरलीकांत राजाराम पेटकर (पैरा-तैराकी)।
द्रोणाचार्य पुरस्कार:
सुभाष राणा (पैरा-निशानेबाजी)
दीपाली देशपांडे (निशानेबाजी)
संदीप सांगवान (हॉकी)।
द्रोणाचार्य पुरस्कार (लाइफटाइम):
एस मुरलीधरन (बैडमिंटन)
अरमांडो एग्नेलो कोलाको (फुटबॉल)।
बाइस वर्ष की मनु एक ही ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली स्वतंत्र भारत की पहली खिलाड़ी बनी, जिन्होंने अगस्त में पेरिस ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल व्यक्तिगत और मिश्रित टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। यह घोषणा उन खबरों के कुछ दिन बाद आई जिनमें कहा गया था कि आवेदन नहीं करने के कारण पुरस्कार चयन समिति ने मनु के नाम की खेलरत्न के लिये अनुशंसा नहीं की है।
बाद में मनु ने स्वीकार किया कि नामांकन भरते समय शायद उनसे ही चूक हुई थी। मसला सुलझने के बाद मनु को पुरस्कार मिलने को लेकर कोई शक नहीं था। पेरिस ओलंपिक में ही हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी में भारत ने लगातार दूसरे ओलंपिक में पदक जीता।
अठारह वर्ष के गुकेश सबसे युवा विश्व चैम्पियन बने जो पिछले साल शतरंज ओलंपियाड में भारतीय टीम के ऐतिहासिक स्वर्ण पदक में भी सूत्रधार रहे थे। पैरा हाई जंपर प्रवीण ने पेरिस पैरालम्पिक में टी64 वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था। यह उन खिलाड़ियों की श्रेणी है जिनका घुटने से नीचे एक या दोनों पैर नहीं होता है और वे दौड़ने के लिये कृत्रिम पैर पर निर्भर होते हैं।
खेल रत्न पुरस्कार पाने वाले को एक मेडल, प्रशस्ति पत्र और 25 लाख रुपये नकद मिलते हैं जबकि अर्जुन पुरस्कार में 15 लाख रुपये नकद, अर्जुन की मूर्ति और प्रशस्ति पत्र दिया जाता है। इस साल अर्जुन पुरस्कार के लिये चुने गए खिलाड़ियों में पेरिस ओलंपिक कांस्य पदक विजेता पहलवान अमन सहरावत, निशानेबाज स्वप्निल कुसाले और सरबजोत सिंह, पुरुष हॉकी खिलाड़ी जरमनप्रीत सिंह, सुखजीत सिंह, संजय और अभिषेक शामिल हैं । पैरालम्पिक में सात स्वर्ण और नौ रजत जीतने वाले पैरा खिलाड़ियों का अर्जुन पुरस्कारों में दबदबा रहा।
अर्जुन पुरस्कार पाने वालों की सूची में फर्राटा धाविका ज्योति याराजी, भालाफेंक खिलाड़ी अन्नु रानी, महिला हॉकी टीम की कप्तान सलीमा टेटे, विश्व चैम्पियन मुक्केबाज नीतू गंघास और स्वीटी , तैराक साजन प्रकाश, ओलंपियाड शतरंज स्वर्ण पदक विजेता वंतिका अग्रवाल और स्कवाश खिलाड़ी अभय सिंह शामिल हैं।
पैरा खिलाड़ियों में पेरिस पैरालम्पिक स्वर्ण पदक विजेता धरमबीर (क्लब थ्रो), नवदीप सिंह (भालाफेंक) और नितेश कुमार (पैरा बैडमिंटन) शामिल हैं । पैरालम्पिक कांस्य पदक विजेता पैरा तीरंदाज राकेश कुमार, पैरा निशानेबाज मोना अग्रवाल और रूबिना फ्रांसिस को भी अर्जुन पुरस्कार के लिये चुना गया है।
द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिये ओलंपिक कांस्य पदक विजेता स्वप्निल कुसाले की कोच दीपाली देशपांडे का नाम शामिल है । द्रोणाचार्य पुरस्कार (लाइफटाइम) श्रेणी में भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व मैनेजर अर्मांडो कोलासो और बैडमिंटन कोच एस मुरलीधरन शामिल है।
लाइफटाइम अर्जुन पुरस्कार पाने वालों में भारत के पहले पैरालम्पिक स्वर्ण पदक विजेता मुरलीकांत पेटकर शामिल हैं जिन्हें 1972 पैरालम्पिक में 50 मीटर फ्रीस्टाइल तैराकी में पीला तमगा मिला था । भारत पाकिस्तान युद्ध 1965 में गोलियां लगने से विकलांग हुए पेटकर पर हाल ही में फिल्म ‘चंदू चैम्पियन’ बनी है।