बेंगलुरु: पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ के पोते और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के बेटे निखिल कुमारस्वामी पार्टी के सबसे मजबूत माने जीने वाले गढ़ रामनगरम निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी से भारी मतों से पीछे चल रहे हैं। इस खबर से पूरे जेडीएस खेमें में बेचैनी छाई हुई है। लगातार कई चुनावों के लिए जेडएस के अभेद्य माने जाने वाले रामनगरम सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी इकबाल हुसैन जेडीएस के निखिल कुमारस्वामी से 10,846 वोटों से आगे चल रहे हैं।
दोपहर 3:30 बजे तक मिले चुनावी आंकड़े के अनुसार कांग्रेस के इकबाल हुसैन को 87,285 वोट मिले थे, जबकि निखिल कुमारस्वामी को 76,439 वोट मिले थे। वहीं भाजपा के जी मारलिंगौड़ा भी 12,821 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर थे। जानकारी के अनुसार मतगणना में शुरुआती बढ़त के साथ इकबाल हुसैन ने अपना दबदबा कायम रखा और निखिल कुमारस्वामी को कभी आगे नहीं निकलने दिया है। इस मामले में जेडीएस के एक वरिष्ठ नेता भी माना है कि इकबाल ने, जो 2018 के चुनाव में उसी रामनगर सीट से पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी से हार गये लेकिन इस चुनाव में उन्होंने कुमारस्वामी के बेटे को जीत से कोसों दूर छोड़कर उनके पिता से पुराना हिसाब पूरा कर लिया है।
इस मामले में एक और दिलचस्प पहलू है कि साल 2019 के लोकसभा चुनावों में निखिल कुमारस्वामी ने जेडीएस के टिकट पर मांड्या निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार सुमलता अंबरीश के हाथों पराजित हो गये थे। वहीं दोपहर 2 बजे तक के आधिकारिक आंकड़ों की बात करें तो कांग्रेस 43.3 फीसदी वोट के साथ नंबर बन पर बनी हुई है। वहीं भाजपा के हाथ से कर्नाटक की सत्ता खिंसकती हुई साफ नजर आ रही है। भाजपा 3508 फीसदी वोट के साथ दूसरे नंबर पर बनी हुई है। कांग्रेस ने 7.5 फीसदी अधिक वोटों के साथ राज्य की सत्ता पर काबिज होने के लिए तेजी से कदम बढ़ा रही है।
वहीं सीटों की बात करें तो कांग्रेस इस समय 122 सीटों पर आगे चल रही है और उसकी झोली में अब तक 14 सीटें आ चुकी हैं। वहीं भाजपा के खाते में अब तक 7 सीटें आयी हैं और वो 58 सीटों पर बढ़त बननाये हुए है। क्षेत्रीय दल जेडीएस 1 सीट अपने नाम करने के साथ 19 सीटों पर कांग्रेस-भाजपा के मुकाबले आगे है।