अमरावती: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी रविवार को अमरावती में एक रैली को संबोधित किया, जब उन्होंने रविवार (25 जून) को अकोला का दौरा किया तो उनके लिए एक अजीब क्षण था। अकोला पहुंचने के बाद जब एआईएमआईएम नेता अपने वाहन से बाहर निकले तो कार्यकर्ता ने अनजाने में ओवेसी के चेहरे पर शॉल डाल दिया, जिसके बाद औवेसी कार्यकर्ता पर भड़क गए।
सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि ओवेसी एक शख्स पर भड़क जाते हैं जो उन्हें शॉल देकर स्वागत करने की कोशिश करता है, हालांकि, कार्यकर्ता गलती से शॉल ओवेसी के चेहरे पर डाल देता है जिससे वह काफी नाराज हो जाते हैं।
वीडियो में देखा जा सकता है कि जैसे ही ओवैसी की कार रुकी, बड़ी संख्या में मौजूद उनके समर्थक नारे लगाने लगते हैं और बड़े उत्साह के साथ उनका स्वागत करते हैं। जैसे ही ओवैसी कार से बाहर निकलते हैं, उनके समर्थकों का उत्साह चरम पर पहुंच जाता है।
इसी दौरान एक उत्साही समर्थक शॉल लेकर आगे आता है और ओवेसी का सम्मान करना चाहता है। हालांकि, समर्थक ओवेसी के चेहरे पर शॉल डाल देता है। इस पर ओवैसी को तेज गुस्सा आ जाता है और वह शॉल नीचे फेंक देते हैं। इसी दौरान वह कार्यकर्ता से कुछ कहते भी नजर आते हैं।
बाद में, औवेसी ने रविवार (25 जून) को अमरावती में एक रैली को संबोधित किया और राज्य में कानून व्यवस्था के मुद्दे को लेकर मीडिया के एक वर्ग और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस पर हमला बोला। ओवैसी ने कहा कि मीडिया का एक वर्ग मुसलमानों को "देश से प्यार नहीं करने वाला" साबित करने पर तुला हुआ है और यहां तक कि उन्हें अमरावती में बहस की चुनौती भी दी है।
ओवैसी ने लुकमान सुलेमान अंसारी के मामले का उल्लेख किया, जिन्हें 8 जून को मवेशियों को ले जाने के लिए महाराष्ट्र के इगतपुरी में गोरक्षकों द्वारा कथित तौर पर पीटा गया था। अंसारी लापता हो गया था और दो दिन बाद उसका शव मिला था। औवेसी ने कहा कि फड़नवीस औरंगजेब के बारे में बोल रहे थे। ओवैसी ने फड़नवीस से सवाल पूछे और कहा कि महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम को इसके बजाय मौजूदा मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।