रांची, 27 मईःलोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉक्टर अजय कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सोमवार को कांग्रेस प्रवक्ता राजीव रंजन ने इसकी पुष्टि कर दी। अजय कुमार ने अपना इस्तीफा झारखंड प्रभारी आरपीएन सिंह को भेजा। गौरतलब है कि कांग्रेस की हार के बाद पार्टी पदाधिकारियों के इस्तीफे का दौर जारी है। इससे पहले महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने भी इस्तीफे की पेशकश की थी।
डॉक्टर अजय कुमार ने 2014 में कांग्रेस पार्टी ज्वॉइन की थी। इससे पहले वो झारखंड मुक्तिमोर्चा के नेता था। कांग्रेस पार्टी ने उन्हें प्रवक्ता पद की जिम्मेदारी दी थी। बाद में उन्हें झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बना दिया गया। 2009 में झामुमो के टिकट पर लोकसभा चुनाव भी जीत चुके हैं।
झारखंड की सभी 14 लोकसभा सीटों में से 12 सीटों पर 55.15 प्रतिशत मत हासिल कर भारतीय जनता पार्टी और उसकी सहयोगी आजसू के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज कर ली है जो वर्ष 2014 के आम चुनावों के बराबर है। मुख्य विपक्षी झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष शिबू सोरेन उर्फ गुरु जी दुमका की अपनी परंपरागत सीट से और उनके महागठबंधन के सहयोगी झारखंड विकास मोर्चा के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी कोडरमा सीट से और रांची से कांग्रेस उम्मीदवार पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय बुरी तरह पराजित हुए हैं।
14 सीटों में से 11 पर भाजपा के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। गिरिडीह की एक सीट पर भाजपा की सहयोगी आजसू ने जीत दर्ज की है। जबकि सिंहभूम की सीट कांग्रेस ने भाजपा से छीन ली है और राजमहल की सीट झारखंड मुक्ति मोर्चा ने बरकरार रखी है। राज्य में जहां भाजपा ने 13 सीटों पर चुनाव लड़ा था वहीं उसकी सहयोगी आज्सू ने एक सीट पर चुनाव लड़ा था।
महागठबंधन में कांग्रेस ने सात सीटों पर, झामुमो ने चार सीटों पर, झाविमो ने दो और राजद ने एक सीट पर समझौता करके चुनाव लड़ा था। पार्टी सीट प्रतिशत मत भाजपा 11 50.63 प्रतिशत कांग्रेस 01 15.53 आज्सू 01 4.52 झारखंड मुक्ति मोर्चा 01 11.93 राजद 0 2.39 झारखंड विकास मोर्चा 0 4.91 अन्य को कुल 8.8 प्रतिशत मत मिले जबकि नोटा में 1.29 प्रतिशत मतदान हुआ।
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा और एएनआई से इनपुट्स लेकर