Indian Railways:भारतीय रेल यात्रियों के लिए और आरामदेह बनाने की कोशिश में है। 500 तेजस-शैली के लक्जरी स्लीपर कोच शुरू करने की योजना बनाई है।
बोगियों को नई डिजाइन से तैयार किया जा रहा है। यह बदलाव तेजस के आधार पर होगा। यात्रियों को नया अनुभव मिलेगा। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कई तस्वीरें साझा की हैं। इसका निर्माण इंट्रीगल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) चेन्नई और मॉर्डन कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) चेन्नई और मॉर्डन कोच फैक्ट्री (एमसीएफ) रायबरेली है।
रेलवे ने कहा कि सबसे पहले इसे प्रीमियम और महत्वपूर्ण ट्रेनों में जोड़ा जाएगा। धीरे-धीरे पुराने डिब्बों को बदल दिया जाएगा। रेल यात्रियों को सर्वश्रेष्ठ यात्रा अनुभव प्रदान करने के उद्देश्य से रेल मंत्रालय नए तेजस स्लीपर कोच के साथ अगरतला-आनंद विहार टर्मिनल स्पेशल राजधानी एक्सप्रेस की जगह लेगा। तेजस सेवा 15 फरवरी, 2021 से पटरियों को चलाने के लिए निर्धारित है।
कोच में टॉयलेट ऑक्यूपेंसी सेंसर, वॉटर अवेलेबिलिटी सेंसर, एयर क्वालिटी मेजरमेंट, सीसीटीवी के साथ डे-नाइट विजन क्षमता, नेटवर्क वीडियो रिकॉर्डर और कम रोशनी में भी फेशियल रिकॉग्निशन जैसे स्मार्ट फीचर हैं। तेजस के कोचों में प्रत्येक यात्री के लिए बर्थ रीडिंग लाइट, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट है।
भारतीय रेलवे में शौचालयों का नवीनीकरण सबसे उल्लेखनीय है। तेजस-प्रकार के स्लीपर कोच में जैव-वैक्यूम-सक्षम शौचालय इकाइयों में टचलेस फिटिंग, मार्बल फिनिश, जेल-कोटेड शेल्फ, नए डिजाइन के डस्टबिन और डोर लैच-एक्टिवेटेड लाइट हैं।
जानिए क्या है खासियत
सभी गेट ऑटेमेटिक होंगे
ट्रेन के स्टेशन छोड़ते ही बंद हो जाएंगे गेट
रिपोर्ट ट्रेन के गार्ड के पास होगा
जब तक सभी गेट बंद नहीं होंगे ट्रेन नहीं चलेगी
अपनी सीट पर बैठे-बैठे पता लगा लेंगे कि शौचालय खाली है या नहीं
तेजस-प्रकार के स्लीपर कोच में पर्दे के बजाय स्वच्छता के लिए खिड़कियों पर रोलर ब्लाइंड होंगे
वॉशरूम में पानी की उपलब्धता है या नहीं सेंसर से पहले ही इसकी भी जानकारी मिल जाएगी
कोच की लंबी उम्र के लिए स्टेनलेस स्टील का इस्तेमाल
उत्तर प्रदेश के मऊ को दिल्ली से जोड़ने वाली नई ट्रेन को रेल मंत्री ने दिखाई हरी झंडी
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने उत्तर प्रदेश के मऊ से दिल्ली के आनंद विहार के बीच सप्ताह में दो दिन चलने वाली विशेष ट्रेन को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। रेल मंत्री ने कहा, “मऊ को आनंद विहार से जोड़ने वाली इस नई ट्रेन से पूर्वांचल के लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग पूरी होगी।
नई ट्रेन से इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा।” उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में उत्तर प्रदेश में रेल परियोजनाओं के लिए 2009-14 की तुलना में बजट में दस गुना वृद्धि की गई है। इससे उत्तर प्रदेश की अवसंरचना के विकास के लिए सरकार की प्रतिबद्धता जाहिर होती है।” मंत्रालय ने एक वक्तव्य में कहा, “ट्रेन मऊ को राष्ट्रीय राजधानी से जोड़ेगी और पूर्वांचल क्षेत्र में सामाजिक आर्थिक विकास लाएगी। संपर्क में सुधार के साथ क्षेत्र में स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा।”