नई दिल्ली: भारतीय नौसेना ने सोमालिया के पूर्वी तट पर समुद्री डकैती के एक और प्रयास को विफल करते हुए मछली पकड़ने वाली नौका अल नईमी और उसके चालक दल के सदस्यों को बचा लिया। मंगलवार, 30 जनवरी को भारतीय नौसेना की तरफ से ये जानकारी दी गई। बचाए गए सदस्यों में 19 पाकिस्तानी नागरिक भी शामिल हैं। नौसेना के कमांडोज ने 11 सोमालीयाई समुद्री डाकुओं को भी गिरफ्तार किया।
गश्ती पोत आईएनएस सुमित्रा ने सूचना मिलने पर तुरंत कार्रवाई की। भारतीय नौसेना ने कहा कि उसके युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा ने संकटग्रस्त जहाज को रोका और कार्रवाई की। मछली पकड़ने वाली नौका अल नईमी पर समुद्री डाकू सवार हो गए थे और चालक दल के सदस्यों को बंधक बना लिया था।
युद्धपोत ने नाव के साथ चालक दल की सुरक्षित रिहाई के लिए एसओपी के अनुसार काम किया और नाव के साथ सभी 19 चालक दल के सदस्यों की सफल रिहाई सुनिश्चित की। 36 घंटे से भी कम समय में आईएनएस सुमित्रा ने 2 अपहृत मछली पकड़ने वाले जहाजों को बचाया। इससे पहले भारतीय युद्धपोत ने सोमवार, 20 जनवरी को सोमालिया के पूर्वी तट पर समुद्री डाकुओं द्वारा अपहृत एक ईरानी ध्वज वाले मछली पकड़ने वाले जहाज का सफल रेस्क्यू किया था।
नौसेना के अधिकारियों ने कहा कि भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अपहृत जहाज और उसके चालक दल की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित की। नौसेना ने कहा है कि हिंद महासागर क्षेत्र में जलदस्यु रोधी और समुद्री सुरक्षा अभियानों में भारतीय नौसैनिक युद्धपोतों की तैनाती समुद्र में सभी जहाजों और नाविकों की सुरक्षा के प्रति भारतीय नौसेना के दृढ़संकल्प को दर्शाती है।
बता दें कि अरब सागर और लाल सागर क्षेत्र में समुद्री लूट रोधी अभियानों के लिए क्षेत्र में भारतीय पोत तैनात हैं। नौसेना का संदेश यह है कि हम किसी तरह की अस्थिरता या असुरक्षा उत्पन्न नहीं होने देंगे। समुद्री लूट रोधी अभियान 2008 से चलाये जा रहे हैं। समुद्री लूट पिछले साल तक लगभग खत्म हो गई थी लेकिन हाल में इन घटनाओं में तेजी आई है।