नई दिल्ली: भारतीय वायु सेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने बताया है कि 2025 तक मिग-21 लड़ाकू विमानों की उड़ानों पर पूरी तरह रोक लगा दी जाएगी। उन्होंने बताया मिग-21 लड़ाकू विमानों की जगह भारत के स्वदेशी विमान तेजस लेंगे।
वायु सेना प्रमुख ने कहा कि 83 एलसीए मार्क 1ए के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे। अब 97 अतिरिक्त विमानों के साथ उस अनुबंध को आगे बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। इससे वायुसेना में कुल 180 एलसीए मार्क 1ए हो जाएंगे। 2025 तक मिग-21 के स्कवाड्रन को एलसीए मार्क 1ए से बदल दिया जाएगा।
वीआर चौधरी ने बताया कि एक या दो महीने बाद एलसीए मार्क 1ए के दूसरे स्क्वाड्रन को भी सक्रिय कर दिया जाएगा। अगले साल किसी समय तीसरे को भी नंबर-प्लेटेड कर दिया जाएगा। एलसीए मार्क 1ए के शामिल होने से इन निवर्तमान मिग-21 की कमी पूरी हो जाएगी।
एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने सीमा पर चीन से जारी तनाव पर कहा कि हम खुफिया जानकारी, निगरानी और टोही (आईएसआर) के माध्यम से सीमाओं पर स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं। वायु सेना प्रमुख ने कहा कि हम सीमाओं के पार होने वाले संसाधनों और क्षमताओं के निर्माण पर नजर रखते हैं। हमारी परिचालन योजनाएं गतिशील हैं और किसी भी मोर्चे पर विकसित होने वाली स्थिति के आधार पर बदलते रहते हैं। उन्होंने कहा कि उन जगहों पर जहां वास्तव में प्रतिद्वंद्वी की ताकत का मुकाबला नहीं किया जा सकता है, वहां बेहतर रणनीति और बेहतर प्रशिक्षण के माध्यम से इसका मुकाबला करने की योजना है।
भारतीय वायु सेना को लिए 114 मल्टी-रोल फाइटर एयरक्राफ्ट खरीदने की चर्चा लंबे संमय से चल रही है। इस पर एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा कि एमआरएफए (मल्टी-रोल फाइटर एयरक्राफ्ट) मामला काफी समय से लंबित है, जिसमें प्रमुख निर्णय लिए जाने हैं। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि इसमें कुछ निर्णय लिया जाएगा और निकट भविष्य में और हम इस मामले पर प्रगति शुरू करेंगे।