मुंबई/लखनऊः महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई महानगर क्षेत्र और पुणे महानगर क्षेत्र के किसी भी सरकारी कार्यालय में प्रवेश करते समय अनिवार्य रूप से मास्क पहनने का आदेश जारी किया। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने भी कहा कि राज्य में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। मास्क न पहनने पर कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है।
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए चंडीगढ़ प्रशासन ने भी सार्वजनिक स्थलों पर मास्क पहनकर चलना अनिवार्य कर दिया है। संघ शासित क्षेत्र चंडीगढ़ के सलाहकार मनोज परिदा ने यहां कहा, “हमने चंडीगढ़ के लोगों के लिए चेहरे पर मास्क लगाना या कपड़े से ढकना बुधवार से अनिवार्य कर दिया है।”
कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच मुंबई नगर निकाय ने सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना बुधवार को अनिवार्य कर दिया। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने यहां जारी परिपत्र में इस आदेश का उल्लंघन करने पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 188 के तहत गिरफ्तार किये जाने की भी चेतावनी दी। इसमें कहा गया है, ‘‘सभी लोग जो किसी काम के लिए सार्वजनिक स्थानों जैसे कि सड़कों, अस्पतालों, कार्यालयों, बाजारों आदि के लिए बाहर आ रहे हैं, उन्हें मास्क या कपड़े का मास्क पहनना होगा।’’
आदेश का उल्लंघन करने पर पुलिस द्वारा चेतावनी दी जाएगी। परिदा ने कहा कि आदेश का उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना लगाने पर अभी निर्णय नहीं लिया गया है। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ पहला संघ शासित क्षेत्र होगा जहां मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है।
चंडीगढ़ में अब तक कोरोना वायरस के 18 मामले सामने आ चुके हैं और उनमें से सात मरीज ठीक हो गए हैं। इसके अलावा प्रशासन ने यह भी निर्णय लिया है कि पानी, बिजली और मकान का किराया नहीं लिया जाएगा। यह पुनर्वास कॉलोनी पर भी लागू होगा।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने घर से बाहर निकलते समय लोगों से मास्क पहनने का अनुरोध किया
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लोगों से अपने घरों से बाहर निकलते समय मास्क पहनने का अनुरोध किया और सैन्य स्वास्थ्य सेवाओं के पूर्व कर्मियों, सेवानिवृत्त नर्सों से कोरोना वायरस के खिलाफ ‘युद्ध’ में शामिल होने की अपील की। वेबकास्ट के जरिए राज्य को अपने संबोधन में ठाकरे ने अफसोस जताया कि लॉकडाउन के दौरान लोगों को मुश्किलें हो रही हैं लेकिन कहा कि ‘‘हमारे पास इसके अलावा और कोई विकल्प नहीं है।’’ कोरोना वायरस महामारी के दौरान लोगों से सुरक्षित रहने की अपील करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘लोग अभी जरूरी सामान खरीदने के लिए बाहर निकलते समय और हालात ठीक होने के बाद के समय में भी घर में बनाए गए मास्क को पहनने की आदत डाल लें।’’
रक्षा स्वास्थ्य सेवाओं के पूर्व कर्मियों, सेवाओं से अवकाशप्राप्त नर्सों, वार्ड ब्वाय तथा ऐसे लोग जो चिकित्सा सेवा में प्रशिक्षित हैं लेकिन उनके पास नौकरी नहीं है, उनसे उन्होंने अपील की कि वे कोरोना वायरस के खिलाफ ‘युद्ध’ में राज्य की मदद के लिए आगे आऐं। उन्होंने कहा ‘‘महाराष्ट्र को आपकी जरूरत है ।’’ जो लोग राज्य के लिए काम करना चाहते हैं उनके लिए उन्होंने एक ई-मेल साझा करते हुए कहा कि उसपर अपना संपर्क नंबर भेज सकते हैं । उन्होंने कहा कि हरेक वार्ड में कफ, जुकाम और बुखार जैसी दिक्कतें झेल रहे लोगों के लिए अलग-अलग-अलग क्लीनिक बनाए जाएंगे तथा ‘कोविड अस्पताल’ भी बनाए जाएंगे ताकि संक्रमण ना फैले। उन्होंने कहा कि हल्के लक्षण वाले मरीजों का उपचार गंभीर लक्षण वाले मरीजों से अलग होगा।
उन्होंने कहा कि वेंटिलेटर, मास्क और पीपीई किट की कमी दुनियाभर में है। यहां तक कि अमेरिका भी हमसे दवा मांग रहा है। वर्तमान समय में मानवता को एकमात्र धर्म बताते हुए ठाकरे ने कहा कि राज्य सरकार पांच लाख से ज्यादा प्रवासी कामगारों को भोजन और आश्रय मुहैया करा रही है ।
उन्होंने कहा कि अनाज मुहैया कराने के लिए केंद्र सरकार की योजना, खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम के तहत लाभार्थियों को केवल चावल वितरण के लिए है । राज्य सरकार की आलोचना करने वाले भाजपा नेताओं का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि कई लोगों को भ्रम है कि केंद्र की योजना सभी अनाज के लिए है । उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा योजना के तहत चावल की आपूर्ति शुरू की जा चुकी है। ठाकरे ने कहा कि एक लाख रुपये वार्षिक आय वालों को रियायती दर पर अनाज की आपूर्ति के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के 1,078 मामले सामने आ चुके हैं ।