नागपुर: वरिष्ठ स्वतंत्रता सेनानी एवं लोकमत के संस्थापक संपादक जवाहरलाल दर्डा की जन्मशताब्दी एवं लोकमत नागपुर संस्करण के स्वर्ण महोत्सव वर्ष के उपलक्ष्य में आज 'लोकमत नेशनल मीडिया कॉन्क्लेव' का आयोजन किया जा रहा है। नागपुर के रामदासपेठ स्थित होटल सेंटर प्वाइंट में आयोजित किए जा रहे इस कार्यक्रम का विषय है- 'क्या भारतीय मीडिया का पूरी तरह धुव्रीकरण हो गया है?'
इस विषय पर अपनी बात रखते हुए एबीपी के राष्ट्रीय संपादक विकास भदौरिया ने कहा कि हमने हाल ही में ब्रिटेन को पीछे छोड़ा है और दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बना है। लेकिन दुनिया की बड़ी ताकतें नहीं चाहतीं कि भारत आर्थिक ताकत बने, भारतीय मीडिया को बदनाम करने के लिए बहुत पैसा खर्च होता है। विकास भदौरिया ने कहा कि विदेशी मीडिया में इस तरह की खबरें जानबूझ कर और कुछ लोगों के इशारे पर फैलाई जाती हैं कि भारतीय मीडिया सरकार का पक्षधर है और भारत में स्वतंत्र आवाज दबाई जा रही है।
इस कार्यक्रम में बोलते हुए टाइम्स नेटवर्क की समूह संपादक नाविका कुमार ने कहा कि आज के दौर में मीडिया पर उंगली उठाना बहुत आसान हो गया है। जो दूसरों को असहिष्णु कहते हैं उनकी खुद की सहिष्णुता का टेस्ट कर लिया जाए तो सब सच सामने आ जाएगा। नाविका कुमार ने कहा कि कुछ लोग मीडिया के बारे में कहते हैं कि आप तो भक्त हो गए लेकिन यही लोग बात-बात में रूठ जाते हैं। जिसके खिलाफ एक स्टोरी हो जाती है वह कहता है कि अब तो हम आपसे बात नहीं करेंगे।
एएनआई यानी एशियन न्यूज इंटरनेशनल की संपादक स्मिता प्रकाश ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल कहते हैं कि उनको मीडिया की कवरेज नहीं मिलती। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कांग्रेस की तरफ से कहा गया कि मीडिया इसे कवर नहीं कर रहा है लेकिन सच ये है कि सबने इस यात्रा को समय और जगह दी। स्मिता प्रकाश ने कहा कि सोशल मीडिया पर जो लोग हमें गाली देते हैं उनकी बातों को भी हम तवज्जो देते हैं।
पंजाब केसरी और नवोदया टाइम्स के कार्यकारी संपादक अकू श्रीवास्तव ने कहा कि आज के दौर में लोगों को बताना जरूरी है कि आपातकाल के दौरान मीडिया की क्या हालत कर दी गई थी। तब पीआईबी का एक अधिकारी हर अखबार के दफ्तर में होता था और खबर बिना सेंसर हुए नहीं छपती थी।
बता दें कि लोकमत मीडिया समूह की ओर से खासतौर पर पत्रकारों के लिए आयोजित किया गया यह पहला नेशनल कॉन्क्लेव है। इस कॉन्क्लेव के जरिए विदर्भ के पत्रकारों को एक महत्वपूर्ण विषय पर राष्ट्रीय स्तर के नामी पत्रकारों के विचार सुनने का मौका मिलेगा।