नई दिल्ली:दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार इसलिए किया गया क्योंकि उन्हें चुनाव में कैंपिंग करने से रोका जाए। इसके साथ उन्होंने कहा कि अगर अरविंद केजरीवाल सीएम पद से त्यागपत्र दे देते हैं, तो ये भाजपा के लिए 'एसओपी' होगी। ईडी के जरिए सभी विपक्षियों को गिरफ्तार करना और फिर कहना कि इस राज्य में संवैधानिक संकट पैदा हो गया, इससे भाजपा के लिए सबसे अच्छी बात ये है कि सरकार गिराना आसान हो जाता है।
मंत्री ने ये भी कहा कि जिस तरह से कल यानी सोमवार को सीएम अरविंद केजरीवाल की पेशी के दौरान ईडी ने उनका और सौरभ भारद्वाज का नाम लिया। इससे ये साफ है कि पहले वो नोटिस भेजेंगे और फिर गिरफ्तारी करेंगे। उन्होंने ये भी कहा, उनके घर और जानने वालों के यहां ईडी को भेजा जाएगा। इसके अलावा उन्होंने ये भी बताया कि भाजपा ईडी के जरिए चार और नेताओं को गिरफ्तार करवाएगी, जिसमें दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज, राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा, दुर्गेश पाठक और उनका नाम शामिल है।
भाजपा को लगता है कि अरविंद केजरीवाल के जेल में जाने से आम आदमी पार्टी बिखर जाएगी, टूट जाएगी, आम आदमी पार्टी नैतिक रूप से कमजोर हो जाएगी, क्योंकि आप के सभी बड़े नेता जेल में हैं।
ईडी ने एक बयान के आधार पर उनका और दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज का नाम लिया, जो ईडी और सीबीआई के पास करीब डेढ़ साल से मौजूद है, ये बयान ईडी और सीबीआई की चार्जशीट में भी है और कोर्ट में इसे उठाने का क्या कारण था। ईडी के द्वारा कोर्ट में बयान का उठाना भाजपा को लग रहा है कि अरविंद केजरीवाल, संजय सिंह, सतेंद्र जैन और मनीष सिसोदिया के जेल में होने के बाद भी आम आदमी पार्टी मजबूती से लड़ रही है और एकजुट है, इसलिए भाजपा को डर है। रामलीला मैदान में हुई रैली में जिस तरह से जन सैलाब उमड़ा, अब भाजपा को लग रहा है कि अरविंद केजरीवाल के अलावा उनकी पार्टी की दूसरी लीडरशीप को हिरासत में लेना पड़ेगा।
दिल्ली सरकार में मंत्री और AAP नेता आतिशी ने कहा, "मुझे भाजपा में शामिल होने के लिए अप्रोच किया गया है, मुझसे यह कहा गया कि या तो भाजपा में शामिल हो जाऊं, अपना राजनीतिक भविष्य बचा लूं, अपना राजनीतिक भविष्य बढ़ा लूं और अगर भाजपा में शामिल नहीं हुई तो आने वाले एक महीने में ED द्वारा मुझे गिरफ़्तार कर लिया जाएगा।"