Lok Sabha election 2024 Phase 5: चार चरण में कम वोट से सभी दल परेशान!, 5वें फेस में 20 मई को वोटिंग, छठे चरण को लेकर एनडीए और महागठबंधन ने झोंकी ताकत
By एस पी सिन्हा | Published: May 18, 2024 03:47 PM2024-05-18T15:47:16+5:302024-05-18T15:50:33+5:30
Lok Sabha election 2024 Phase 5: 2014 हो या फिर 2019 के लोकसभा चुनाव इन दोनों चुनावों में वोट के कम प्रतिशत की वजह से महागठबंधन को पराजय का सामना करना पड़ा था।

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Lok Sabha election 2024 Phase 5: बिहार में लोकसभा चुनाव में अब पांचवें चरण में होने वाले मतदान के लिए प्रचार का शोर आज शाम थम गया। पांच चरणों का गुणा भाग के बाद अब सभी दलों ने छठे चरण के लिए अपनी ताकत झोंक दी है। एनडीए(भाजपा, जदयू, हम, रालोमो एवं लोजपा(रा) और विपक्षी गठबंधन राजद, कांग्रेस, वाम दल के साथ वीआईपी दलों के द्वारा दावे-प्रतिदावे के साथ ही इस बात का अनुमान लगाया जाने लगा है कि कौन कितना पाता है और कौन कितना खोता है। राज्य में महागठबंधन के लिए खोने के नाम पर एकमात्र सीट किशनगंज के अलावा कुछ और है नहीं, जबकि पाने के लिए 40 सीट पड़ा है। जबकि एनडीए के पास पाने के लिए ज्यादा नहीं है और प्रतिष्ठा बचाए रखने की चुनौती सामने है। इस बीच मत का प्रतिशत गिरने से सभी दल परेशान हैं।
शराबबंदी के साथ-साथ महिलाओं को दिया गया आरक्षण का असर
हालांकि महिला मतदाताओं के द्वारा बढ़चढ़कर मतदान में भाग लेने से एनडीए ज्यादा खुश है, क्योंकि महिला मतदाताओं का ज्यादा झुकाव पीएम मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर देखा जा रहा है। इसका कारण है कि केंद्र से मिलने वाला मुफ्त का राशन है तो दूसरी ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा की गई शराबबंदी के साथ-साथ महिलाओं को दिया गया आरक्षण का असर भी देखा जा रहा है।
वोट के कम प्रतिशत की वजह से महागठबंधन को पराजय का सामना करना पड़ा था
मतदान प्रतिशत को लेकर सर्वाधिक परेशानी कांग्रेस और राजद जैसे दलों को है। इसकी वजह है कि बीते दो लोकसभा चुनाव में इन दलों का मत प्रतिशत इनके विरोधियों के मुकाबले काफी कम रहना। 2014 हो या फिर 2019 के लोकसभा चुनाव इन दोनों चुनावों में वोट के कम प्रतिशत की वजह से महागठबंधन को पराजय का सामना करना पड़ा था।
लोजपा को 6.40 प्रतिशत और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी को करीब तीन प्रतिशत मत मिले थे
2014 के लोकसभा चुनाव में महागठबंधन को कुल 29.7 प्रतिशत वोट मिले थे, जिसमें राजद को 20.10 प्रतिशत, कांग्रेस को 8.40 और राष्ट्रवादी कांग्रेस (एनसीपी) को 1.20 प्रतिशत वोट मिले थे। वहीं एनडीए को कुल 38.8 प्रतिशत वोट मिले थे, जिसमें भाजपा को 29.40 प्रतिशत, लोजपा को 6.40 प्रतिशत और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी को करीब तीन प्रतिशत मत मिले थे।
उसीतरह 2019 के चुनाव के चुनाव में एनडीए को कुल 53.25 प्रतिशत मत मिले थे। जिसमें भाजपा को 23.58 प्रतिशत, जदयू को 21.81 प्रतिशत और लोजपा को 7.86 प्रतिशत वोट मिले थे। इस दौरान महागठबंधन का वोट प्रतिशत कुल 26.82 था, जिसमें राजद को15.36 प्रतिशत, कांग्रेस को 7.70 प्रतिशत और अन्य सहयोगी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी को 3.66 प्रतिशत मत मिले थे।
पीएम मोदी लोकसभा चुनाव के दौरान 20 मई को सातवीं बार बिहार का दौरा करने जा रहे हैं
ऐसे में देखा जाए तो एनडीए के मुकाबले महागठबंधन वोट प्रतिशत में लगातार पीछे है। इन सबके बीच एनडीए ने इस बार भी अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार धुआंधार दौरा कर रहे हैं। पीएम मोदी लोकसभा चुनाव के दौरान 20 मई को सातवीं बार बिहार का दौरा करने जा रहे हैं।
पीएम मोदी 20 मई को पटना में रात्रि विश्राम करेंगे। इसके बाद 21 मई को दिवंगत सुशील मोदी के परिजनों से मुलाकात करेंगे। इसके बाद वह सीवान में जदयू की विजय लक्ष्मी कुशवाहा और महाराजगंज में भाजपा प्रत्याशी जनार्दन सिंह सिग्रीवाल के लिए भी वोट मांगेंगे।
बेतिया में भाजपा प्रत्याशी संजय जायसवाल के लिए वोट मांगेंगे
वहीं दूसरी चुनावी जनसभा में पूर्वी चंपारण लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार राधामोहन सिंह के लिए भी वोट की अपील करेंगे। इसके साथ ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी आगामी 19 मई को बेतिया में भाजपा प्रत्याशी संजय जायसवाल के लिए वोट मांगेंगे।