मुंबई: भारत के गृह मंत्री अमित शाह 6 मार्च को मुंबई के जियो कन्वेंशन सेंटर में इंडिया ग्लोबल फोरम के वार्षिक निवेश शिखर सम्मेलन में मुख्य भाषण देंगे। ऐसे समय में जब भारत निया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है तब 'एनएक्सटी10' इंडिया ग्लोबल फोरम (आईजीएफ) भारत के विकास के अगले दशक की जांच करेगा।
'एनएक्सटी10' में 5-6 मार्च तक व्यापार, राजनीति, कला और संस्कृति की दुनिया से प्रमुख हस्तियों को बुलाएगा जाएगा। इसमें अगले दस साल के लिए भारत की अर्थव्यवस्था और भूराजनीतिक स्थिति के लिए संकेतों पर चर्चा होगी।
'भारत के बारे में विश्लेषकों को क्या गलत लगता है' शीर्षक वाले एक बहुप्रतीक्षित सत्र में, केंद्रीय मंत्री अमित शाह उन आख्यानों पर अपने विचार रखेंगे जो अक्सर भारत के विकास, राजनीति और समाज के बारे में पश्चिमी सुर्खियों में छाए रहते हैं।
आईजीएफ के संस्थापक और अध्यक्ष, मनोज लाडवा ने कहा, "भारत ग्लोबल फोरम में गृह मंत्री अमित शाह के इस तरह के पहले हस्तक्षेप का न केवल भारत में, बल्कि विश्व स्तर पर उत्सुकता से इंतजार किया जाएगा। मुझे यकीन है कि वह आज के भारत के बारे में उनके आकलन और आने वाले दशक के लिए उनके दृष्टिकोण पर अपनी बात पर शानदार तरीके से रखेंगे।"
मनोज लाडवा ने कहा कि भारत ने पिछले 10 वर्षों में उल्लेखनीय प्रगति का अनुभव किया है। भारत अब प्रौद्योगिकी, नवाचार और विज्ञान में दुनिया का नेतृत्व कर रहा है। दुनिया ने एक ऐसे राष्ट्र का उदय देखा है जो खुद में आत्मविश्वास रखता है और दुनिया में उसका स्थान है। उम्मीद है कि भारत अगले तीन वर्षों में 5 ट्रिलियन डॉलर की जीडीपी के साथ दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और 2030 तक 7 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा। एनएक्सटी10 एक वैश्विक शक्ति के रूप में भारत के लिए एक महत्वपूर्ण दशक की शुरुआत करता है।
'एनएक्सटी10' समिट में शामिल होने वाली अन्य प्रमुख हस्तियों में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और उद्योग मंत्री, देवेंद्र फड़नवीस शामिल हैं, जो महाराष्ट्र के आर्थिक परिदृश्य का गहन विश्लेषण प्रदान करेंगे। फड़नवीस अपने तटीय लाभों और रणनीतिक पहलों का लाभ उठाकर राज्य को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की महत्वाकांक्षी योजना पर प्रकाश डालेंगे।
शिखर सम्मेलन में ब्लैकरॉक के प्रबंध निदेशक और वैश्विक मुख्य निवेश अधिकारी रिक रीडर भी शामिल होंगे। वह वैश्विक निवेश परिदृश्य में अंतर्दृष्टि प्रदान करेंगे, और उपस्थित लोगों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों की जटिलताओं से निपटने के लिए मूल्यवान दृष्टिकोण प्रदान करेंगे।