नई दिल्ली: केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शनिवार को हज यात्रा से जुड़ी जानकारी देते हुए कहा, इस बार 5,000 मुस्लिम महिलाएं बिना मेहरम के हज यात्रा पर जाएंगी। उन्होंने बताया कि हमने इस बार 10 आरोहण बिंदु बनाए हैं जहां से हज यात्री हज के लिए जा सकते हैं।
हज यात्रा के लिए आए थे 90,000 से ज़्यादा आवेदन
इस बार करीब 90,000 से ज़्यादा आवेदन आए हैं। उन्होंने बताया कि भारत से इस बार करीब 80,000 लोग हज यात्रा पर जाएंगे। नकवी ने कहा, इंडोनेशिया के बाद भारत से सबसे ज़्यादा लोग हज पर जाएंगे। सभी आरोहण स्थलों पर टीकाकरण और आरटी-पीसीआर जांच की व्यवस्था की गई है।
यात्रा के लिए बनाया गया है 10 शहरों को केंद्र
इस बार देश के दस शहरों को हज केंद्र के रूप में बनाया गया है। इनमें मुंबई, दिल्ली, लखनऊ, अहमदाबाद, गुवाहाटी, श्रीनगर, कोच्चि, हैदराबाद और बेंगलुरु शामिल हैं। हालांकि इससे पहले 21 प्रस्थान स्थल होते थे।
हज कोटे को सीमित करके 79,237 किया गया
गौर हो कि सऊदी अरब की सरकार ने भारत को सूचित किया है कि इस साल भारतीय नागरिक हज यात्रा कर सकेंगे, हालांकि कोविड संबंधी नियमों के चलते उसने हज कोटे को सीमित करके 79,237 कर दिया है। इसमें से 56,601 हज यात्री भारतीय हज समिति के माध्यम से हज पर जाएंगे तो 22,636 हज यात्री निजी टूर ऑपरेटर के जरिए जाएंगे।
65 साल से कम उम्र के लोग ही हज यात्रा कर सकेंगे
अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी थी। उन्होंने बताया कि सऊदी अरब की सरकार ने भारतीय पक्ष को बताया कि इस साल 65 साल से कम उम्र के लोग ही हज यात्रा कर सकेंगे।