गुजरात विधानसभा चुनाव का परिणाम सोमवार को घोषित किया गया। जनता ने 182 नए विधायकों को चुना। इन नए विधायकों को लेकर एक चौकाने वाला आकड़ा सामने आया है। 182 उम्मीदवारों में से 47 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। यह आंकडे़ इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने जारी किए।
इसका मतलब यह है कि गुजरात में हर चौथे विधायक पर आपराधिक मामले दर्ज हैं और यह आंकड़ा करीब 26 प्रतिशत है, जबकि 2012 में चुने गए विधायकों 57 (30%) थे। हांलाकि इस चुनाव में ऐसे विधायकों की संख्या में कमी आई है।
एडीआर ने गुजरात चुनाव वॉच के साथ मिलकर सभी 182 नव निर्वाचित विधायकों के स्वयं शपथ लेने वाले शपथ पत्रों का विश्लेषण कर आंकड़े जारी किए।
वहीं, भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) को सौंपे गए हलफनामे के अनुसार, 182 में से 33 विधायकों के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण और महिलाओं के खिलाफ अपराध जैसे गंभीर आपराधिक आरोप लगे हैं। यह पिछले विधायकों की तुलना में 5 प्रतिशत की वृद्धि है। साथ ही 24 विधायक पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
जिन विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं उनसे सबसे ऊपर भारतीय ट्राइबल पार्टी के अध्यक्ष महेशभाई छोटूभाई वासवा हैं। इनके ऊपर 24 केस दर्ज हैं, जिनमें दो हत्याएं और एक हत्या का प्रयास है। वासवा देदियापाड़ा सीट से वीजयी हुए हैं।
इसके अलावा कांग्रेस के सबसे अधिक विधायक हैं जिनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। 77 निर्वाचित विधायकों में से 25 ने अपने शपथ पत्रों में आपराधिक मामले बताए हैं। वहीं, भाजपा के विधायकों की संख्या 18 है।