पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है और वह जीवन रक्षक प्रणाली पर हैं। सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल ने बुधवार को एक बयान में कहा, ‘‘प्रणब मुखर्जी का स्वास्थ्य नाजुक बना हुआ है। इस समय उनकी हालत स्थिर है और वह वेंटिलेटर पर हैं।’’ अस्पताल ने मंगलवार को बताया था कि प्रणब मुखर्जी की हालत नाजुक है और उन्हें जीवनरक्षक प्रणाली पर रखा गया है। इससे एक दिन पहले उनके मस्तिष्क की सर्जरी की गई थी। मुखर्जी (84) को सोमवार की दोपहर को सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था और सर्जरी से पहले उनमें कोविड-19 की भी पुष्टि हुई थी।
अस्पताल की ओर से मंगलवार को जारी नए मेडिकल बुलेटिन में कहा गया था, ‘‘पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की हालत नाजुक बनी हुई है और उन्हें जीवनरक्षक प्रणाली पर रखा गया है। खून का थक्का बनने के कारण सोमवार को पूर्व राष्ट्रपति के मस्तिष्क की सर्जरी की गयी थी। उनकी हालत में कोई सुधार नजर नहीं आया है और स्थिति नाजुक बनी हुई है । ’’ मुखर्जी जुलाई 2012 से 2017 तक देश के राष्ट्रपति रहे।
विभिन्न विशेषज्ञता वाले डॉक्टरों की टीम पूर्व राष्ट्रपति के स्वास्थ्य की लगातार निगरानी कर रही है। मुखर्जी ने सोमवार को ट्वीट कर बताया कि वह कोविड-19 की जांच में संक्रमित पाए गए हैं और पिछले हफ्ते संपर्क में आने वाले लोगों से अपील की कि वे खुद पृथक-वास में चले जाएं और कोविड-19 की जांच कराएं। उनके अस्पताल में भर्ती होने की खबरों के तुरंत बाद, विभिन्न वर्गों से उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करने वाले संदेश आने लगे और कई नेताओं ने ट्विटर के माध्यम से उनकी कुशलता की कामना के संदेश ट्वीट किए।