नरेंद्र मोदी सरकार में गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने हैदराबाद में दिल्ली हिंसा को लेकर कहा, ''अगर किसी ने दंगा भड़काया है तो सरकार साजिश का खुलासा करने के लिए तह तक जाने के लिए दृढ़ संकल्पित है। मैं फिर से दोहराता हूं कि सीएए किसी भारतीय की नागरिकता लेने के लिए नहीं है, बल्कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में सताए गए धार्मिक अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने के लिए है।''
इसी के साथ उन्होंने कहा, ''पिछले हफ्ते के दौरान हमने दिल्ली में अशांति देखी। दुर्भाग्य से कई निर्दोष लोगों ने अपनी जान और संपत्ति खो दी, जिसमें एक बहादुर कांस्टेबल भी शामिल था। आग में घी डालने के लिए राजनीतिक दलों, सोशल मीडिया और मीडिया के एक वर्ग द्वारा अफवाहें फैलाई गईं।''
बता दें कि दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, चांदबाग, शिव विहार, भजनपुरा और यमुना विहार इलाकों में भड़के दंगों में 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए। चूंकि अभी लापता लोगों का आंकड़ा स्पष्ट नहीं है इसलिए मृतकों की संख्या में इजाफे की आशंका बनी हुई है।
काफी मशक्कत के बाद इलाकों में शांति कायम करने में सुरक्षा बलों को सफलता मिली है। इस दौरान हिंसा की आग में कई परिवार उजड़ गए हैं। कई लोग लापता परिवारवालों की खातिर मुर्दाघरों के चक्कर लगा रहे हैं। दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार रविवार से हिंसा पीड़ितों के घरवालों को मुआवजा दे रही है।
दिल्ली हिंसा को लेकर आप नेता ताहिर हुसैन और भाजपा नेता कपिल मिश्रा पर आरोप लग रहे हैं। ताहिर हुसैन के घर से हिंसा फैलाने वाला सामान भी बरामद हुआ। वहीं, सीएम केजरीवाल का कहना है कि अगर उनकी पार्टी का कोई नेता हिंसा में संलिल्प पाया जाए तो उसे दोगुनी सजा दी जाए।