दिल्ली में हवा की गुणवत्ता 'खराब' श्रेणी में पहुंची गई है। अक्टूबर के शुरुआती दो हफ्तों में दिल्ली की एयर क्लॉलिटी इंडेक्स (AQI) इसी अवधि में 2018 और 2019 से भी खराब दर्ज की गई है। सीपीसीबी डाटा के अनुसार दिल्ली का 1 अक्टूबर से 14 अक्टूबर के बीच का औसत AQI 212 (खराब) दर्ज की गई है। इसस पहले 2019 में ये काफी बेहतर था और 159 (मध्यम) दर्ज किया गया था। वहीं, 2018 में ये 207 (खराब) दर्ज किया गया था।
दिल्ली में आज से GRAP लागू
प्रदूषण से बिगड़े हालात को देखते हुए आज से राष्ट्रीय राजधानी में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) को लागू कर दिया गया है। GRAP के तहत यह सुनिश्चित किया जाएगा कि वायु प्रदूषण वाले सभी हॉटस्पॉट्स पर पर्यावरणीय प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (EPCA) की योजना को ठीक से लागू किया जाए और नियमों का अनुपालन हो।
वहीं, दिल्ली सरकार ने डीज़ल से चलने वाले सभी इलेक्ट्रिसिटी जनरेटर सेट पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। ये प्रतिबंध आज से लागू हैं।
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि पेट्रोल-डीजल से चलने वाले जनरेटर को गुरुवार से अगले आदेश तक प्रतिबंधित कर दिया गया है। अस्पतालों, रेलवे जैसी आवश्यक सेवाओं को इसमें छूट दी गई है।
दिल्ली एनसीआर में पहली बार 2017 में लागू जीआरएपी उपायों के तहत बस और मेट्रो सेवाओं में बढ़ोतरी करना, पार्किंग शुल्क को बढ़ाना और हवा की गुणवत्ता खराब होने पर डीजल जेनरेटर का इस्तेमाल बंद करना शामिल है।
स्थिति जब और खराब हो जाती है तो जीआरएपी ईंट-भट्ठे, पत्थर तोड़ने वाली मशीनों और हॉट मिक्स संयंत्रों को बंद करने, पानी का छिड़काव करने, सड़कों को मशीनों से साफ करने और प्राकृतिक स्रोतों से ऊर्जा उत्पादन को ज्यादा से ज्यादा करने की अनुशंसा करता है।
आपातकालीन स्थिति में जिन उपायों का अनुसरण करना है उनमें दिल्ली में ट्रकों का प्रवेश रोका, निर्माण गतिविधियां रोकना और सम-विषम कार योजना को लागू करना शामिल है।
वायु प्रदूषण: दिल्ली में आज का हाल
इस बीच दिल्ली के कई इलाकों में आज सुबह भी AQI बेहद खराब श्रेणी में दर्ज की गई है। इसमें आनंद विहार में AQI 313, रोहिणी में 324, आरके पुरम में 304, विवेक विहार में 359, आईटीओ में 309 दर्ज की गई है।
बुधवार को दिल्ली में न्यूनतम तापमान 23.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता खराब रहने से कोविड-19 महामारी में बढ़ोतरी हो सकती है।
वहीं, सर्दियों में वायु प्रदूषण के उच्च स्तर से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों की निगरानी के लिए दिल्ली सचिवालय में 10 सदस्यीय विशेषज्ञ दल के साथ एक ‘ग्रीन वार रूम’ स्थापित किया गया है।