जयपुर। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत दिहाड़ी लगभग 21 रुपये बढ़ाकर बढ़ाकर 220 रुपये की गयी है तथा कार्य समय भी दोपहर एक बजे तक तय किया गया है। उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मनरेगा के तहत मजदूरी दर 199 रूपये प्रतिदिन से बढ़ाकर 220 रूपये प्रतिदिन की गई है।
वहीं मेट व कारीगर के लिए भी मजदूरी दर को 213 रूपये से बढ़ाकर 235 रूपये प्रतिदिन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस मजदूरी दर की बढ़ोत्तरी से कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को आर्थिक सम्बल मिलेगा। साथ ही योजना के तहत अधिक से अधिक व्यक्तिगत लाभ के कार्यों को करवाने के लिए निर्देश दिए गये हैं जिससे ज्यादा से ज्यादा व्यक्तिगत लाभ की परिसम्पत्तियों का सृजन होगा तथा एकदूसरे से दूरी बनाने के नियम का पालन स्वतः ही हो सकेगा।
पायलट ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण से उत्पन्न विशेष परिस्थितियों व गर्मी के मौसम को देखते हुए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत कार्य समय को परिवर्तित किया गया है। परिवर्तित समय प्रातः 6 बजे से दोपहर 1 बजे तक निर्धारित किया गया है। इससे एकदूसरे से दूरी बनाने के नियम की पालना करने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने नरेगा कार्यस्थल पर मेट एवं श्रमिकों सहित सभी को मास्क पहनकर आने, श्रमिकों के दिन में चार बार साबुन से हाथ धुलवाने तथा कार्य व भोजन अवकाश के दौरान एकदूसरे से दूरी बनाने के नियम की पालना सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिये।