नई दिल्ली: कोरोना महामारी की चुनौतियों से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने आज एक अहम फैसला किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्य सरकारों को पत्र लिखकर कहा है कि बायलॉजिक ई कंपनी द्वारा विकसित कोरोना की वैक्सीन कॉर्बेवैक्स का इस्तोमाल तीसरी खुराक यानी कि एहतियाती डोज के रूप में किया जा सकेगा। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण द्वारा राद्यों को लिखे पत्र में कहा गया है कि जो लोग 18 साल के ऊपर हैं और जिन्हें कोरोना वैक्सीन की दो खुराक लग चुकी है उन्हें दूसरी खुराक लेने के छह महीने में एहतियाती (बूस्टर) डोज के रूप में कॉर्बेवैक्स लगाई जा सकेगी।
स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को बताया है कि जिन लोगों ने कोवैक्सीन या फिर कोविशील्ड दोनों में से कोई भी वैक्सीन की दूसरी डोज ली हो उन्हें 6 महीने या 26 सप्ताह पूरे होने पर कॉर्बेवैक्स लगाई जा सकती है। यह वैक्सीन पर्यापत मात्रा में उपलब्ध है। केंद्र ने इस संबंध में राज्यों से कहा है कि वह टीकाकरण केंद्र और स्वास्थ्यकर्मियों को जानकारी दें।
बता दें कि कॉर्बेवैक्स का इस्तेमाल मौजूदा समय में 12 से 14 वर्ष आयु के बच्चों को लगाने के लिए किया जा रहा है। यह टीका खास तरीके से विकसित किया गया है। कॉर्बेवैक्स देश का पहला आरबीडी प्रोटीन सबयूनिट टीका है। इसे बायलॉजिक ई कंपनी ने विकसित किया है।
फिर बढ़ रहे हैं कोरोना के मामले
देश में कोरोना के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार देश भर में पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 16047 नए मामले सामने आए हैं। एक दिन के आंकड़ो से यह संख्या 25 प्रतिशत ज्यादा है। पिछले 24 घंटो में कोविड के कारण 54 लोगों की मौत भी हुई है। चिंता की बात यह है कि पॉजिटिविटी रेट 3.50 प्रतिशत से बढ़कर 4.94प्रतिशत हो गई है। फिलहाल देश में 1 लाख 28 हजार 261 एक्टिव मामले हैं।