लाइव न्यूज़ :

Bihar New Government: 5 दलित, 4 वैश्व, 4 राजपूत और 2 भूमिहार को मंत्रिमंडल में जगह?, नीतीश कुमार ने ऐसे साधा संतुलन

By एस पी सिन्हा | Updated: November 20, 2025 15:13 IST

Bihar New Government: लोजपा (रामविलास) को दो तथा राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) को एक-एक मंत्री पद मिला है। 

Open in App
ठळक मुद्देमंत्रिपरिषद में ब्राह्मण समुदाय की हिस्सेदारी में काफी कमी देखने को मिली है।भाजपा की ओर से केवल मंगल पांडे को जगह मिली है। राजपूत समुदाय को इस बार सर्वाधिक प्रतिनिधित्व मिला है।

पटनाः जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) के प्रमुख नीतीश कुमार ने बृहस्पतिवार को लगातार दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और नयी मंत्रिपरिषद में जातीय आधार पर संतुलन साधने की पूरी कोशिश की गई है। मंत्रिपरिषद में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से जहां 14 मंत्री शामिल किए गए हैं, वहीं जदयू को आठ मंत्री पद मिले हैं। इसके अलावा लोजपा (रामविलास) को दो तथा राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) को एक-एक मंत्री पद मिला है। मंत्रिपरिषद में ब्राह्मण समुदाय की हिस्सेदारी में काफी कमी देखने को मिली है।

पिछली मंत्रिपरिषद में भाजपा ने मंगल पांडे और नीतीश मिश्रा को शामिल किया था, लेकिन इस बार भाजपा और जदयू ने ब्राह्मण प्रतिनिधित्व को आधे से भी कम कर दिया है। भाजपा की ओर से केवल मंगल पांडे को जगह मिली है। राजपूत समुदाय को इस बार सर्वाधिक प्रतिनिधित्व मिला है।

भाजपा ने संजय सिंह टाइगर, श्रेयसी सिंह, लेसी सिंह और संजय सिंह जैसे चार प्रभावशाली नेताओं को शामिल कर अपने पारंपरिक समर्थन आधार को मजबूत करने का संकेत दिया है। भूमिहार समुदाय के दो प्रमुख चेहरों में विजय कुमार सिन्हा और विजय कुमार चौधरी के माध्यम से गठबंधन ने संतुलन बरकरार रखा है।

इससे यह संदेश गया है कि यह समुदाय अब भी सत्ता समीकरण में महत्वपूर्ण है। कायस्थ समुदाय का प्रतिनिधित्व शहरी राजनीति के संदर्भ में महत्वपूर्ण माना जाता है। भाजपा ने नितिन नवीन को मंत्री बनाकर राजधानी पटना तथा शिक्षित मध्यमवर्गीय मतदाताओं के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने का प्रयास किया है।

बिहार की राजनीति में सबसे प्रभावशाली माने जाने वाले पिछड़ा समूह को राजग ने पर्याप्त प्रतिनिधित्व दिया है। कुशवाहा समुदाय से सम्राट चौधरी उपमुख्यमंत्री हैं, जबकि दीपक प्रकाश को मंत्रिपरिषद में शामिल कर उपेंद्र कुशवाहा की राजनीतिक विरासत को साधने की कोशिश की गई है।

यादव समुदाय से रामकृपाल यादव और विजेंद्र प्रसाद यादव को शामिल कर भाजपा-जदयू ने राजद के पारंपरिक वोट बैंक को संदेश देने का काम किया है। कुर्मी समुदाय से श्रवण कुमार का मंत्रिपरिषद में होना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राजनीतिक आधार को मजबूत करता है। वहीं, चंद्रवंशी समाज से प्रमोद कुमार को शामिल कर पिछड़ा वर्ग के अन्य उपसमूहों को संतुलित प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की गई है। अति पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) तथा अनुसूचित जाति (एससी) समूह के प्रतिनिधित्व को इस मंत्रिपरिषद की सबसे महत्वपूर्ण राजनीतिक रणनीति माना जा रहा है।

जनसंख्या के लिहाज से सर्वाधिक हिस्सेदारी रखने वाले इस वर्ग से सुरेंद्र मेहता, रमा निषाद, मदन सहनी, लखेंद्र कुमार रोशन, सुनील कुमार, संतोष सुमन और संजय कुमार को मंत्री बनाया गया है। मुस्लिम समुदाय को प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व देते हुए मोहम्मद जमा खान को मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया है।

नीतीश कुमार ने ली रिकॉर्ड 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने गुरुवार को को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में एक भव्य समारोह में रिकॉर्ड 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बने। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में उन्हें पद और गोपनीयता कि शपथ दिलाई। नीतीश कुमार के साथ उनके 25 मंत्रियों ने भी शपथ ग्रहण की।

इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल समेत एनडीए के वरिष्ठ नेता मौजूद थे। नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की 8वीं सरकार के मुखिया के तौर पर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बाद भाजपा कोटे से सम्राट चौधरी ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद विजय कुमार सिन्हा को पद और गोपनीयता के तौर पर शपथ दिलाई गई। नीतीश कुमार ने कैबिनेट में अपने साथ भाजपा, जदयू, लोजपा(रा), हम और रालोमो के कुल 25 नेताओं को मंत्री बनाया है। इसमें भाजपा के 14, जदयू के 8, लोजपा(रा) के 2, हम और रालोमो के 1-1 मंत्री बने हैं।

इनमें रालोमो कोटे के दीपक प्रकाश किसी सदन के सदस्य नहीं हैं। उपेंद्र कुशवाहा के बेटे दीपक प्रकाश को विधान परिषद में लाया जाएगा। जीतनराम मांझी ने अपने बेटे संतोष सुमन को हम कोटे से दोबारा मंत्री बनवाया है। चिराग पासवान ने महुआ से मुकेश रौशन व तेजप्रताप यादव को हराने वाले संजय कुमार सिंह व बखरी से भाकपा को हराकर आए संजय पासवान को मंत्री बनवाया है।

भाजपा ने इस बार मंत्रिमंडल में बड़ी संख्या में चेहरे शामिल किए हैं। भाजपा कोटे से सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, मंगल पांडेय, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा. दिलीप जायसवाल, नितिन नवीन, रामकृपाल यादव, संजय टाइगर, अरुण शंकर प्रसाद, सुरेंद्र मेहता, नारायण प्रसाद, रमा निषाद, लखेंद्र कुमार रोशन, श्रेयसी सिंह और प्रमोद कुमार (चंद्रवंशी) शामिल हैं।

जबकि मुख्य सहयोगी दल जदयू से विजय चौधरी, विजेंद्र प्रसाद यादव, श्रवण कुमार, अशोक चौधरी, लेसी सिंह, मदन साहनी, मोहम्मद जमा खान और सुनील कुमार को मंत्री बनाया गया है। जबकि हम से संतोष कुमार सुमन फिर से मंत्री बने हैं। वहीं, लोजपा (राम विलास) से संजय कुमार और संजय सिंह को मंत्री बनाया गया है। जबकि राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) से दीपक प्रकाश को मंत्रिमंडल में जगह दी गई है।

मंत्रिमंडल में अनुभवी नेताओं के साथ कई नए चेहरों का समावेश किया गया है, जो आने वाले समय में बिहार की राजनीति और प्रशासन को नई दिशा देने का काम करेंगे। इस बार नीतीश कुमार नई कैबिनेट में हर वर्ग और जाति के नेताओं को शामिल करने की कोशिश साफ दिखाई देती है।

नीतीश कुमार की कैबिनेट में राजपूत समाज से 4 मंत्री बनाए गए हैं और भूमिहार समाज से 2 चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह मिली है। वहीं कैबिनेट में दलितों को भी बड़ा प्रतिनिधित्व दिया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वयं कुर्मी जाति से आते हैं और इस समुदाय का बिहार की राजनीति में मजबूत जनाधार है। वह इस समय विधान परिषद के सदस्य हैं।

इन्हीं की तरह जदयू से कई अन्य महत्वपूर्ण नेता भी मंत्रिमंडल का हिस्सा बने हैं, जो विभिन्न जातीय समूहों का प्रतिनिधित्व करते हैं। बात करें तो भाजपा कोटे से उपमुख्यमंत्री बनाए गए सम्राट चौधरी की, जो कुशवाहा (कोइरी) जाति से आते हैं। कुशवाहा समाज बिहार में एक बड़ा और राजनीतिक रूप से प्रभावी पिछड़ा वर्ग है।

सम्राट चौधरी तारापुर विधानसभा सीट से विधायक हैं और लगातार कई चुनावों से सक्रिय राजनीति का हिस्सा रहे हैं। जबकि दिलीप कुमार जायसवाल वैश्य समाज से आते हैं और विधान परिषद के सदस्य हैं। वैश्य समुदाय परंपरागत रूप से भाजपा का बड़ा समर्थक माना जाता है, इसलिए इस वर्ग को मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व देना बेहद जरूरी था।

जदयू के वरिष्ठ नेता श्रवण कुमार भी कुर्मी समाज से आते हैं और नालंदा से विधायक हैं। नीतीश कुमार के सबसे पुराने साथियों में उनकी गिनती होती है। एनडीए सरकार में दलित समुदाय की भागीदारी का प्रतिनिधित्व संतोष सुमन करते हैं, जो मुसहर जाति से आते हैं और विधान परिषद सदस्य हैं। यह वर्ग बिहार के सबसे वंचित समूहों में माना जाता है।

सवर्ण कायस्थ समुदाय का प्रतिनिधित्व मजबूत नेता नितिन नवीन करते हैं। वे पटना शहर की प्रतिष्ठित बांकीपुर सीट से विधायक हैं और लगातार भाजपा के चेहरे के रूप में अपनी भूमिका मजबूत करते रहे हैं। लेसी सिंह धमदाहा से विधायक हैं और कोसी क्षेत्र की महिलाओं में उनकी अच्छी पकड़ है। वहीं मदन सहनी भी पिछड़ा वर्ग के महत्वपूर्ण नेता हैं।

नीतीश मंत्रिमंडल की यह टीम साफ बताती है कि एनडीए ने हर जातीय वर्ग को प्रतिनिधित्व देकर संतुलन बनाने की कोशिश की है। यह जातीय संतुलन आने वाले दिनों में सरकार की स्थिरता और जनता से जुड़ाव के लिए अहम भूमिका निभाएगा। मंच पर राष्ट्रीय राजनीति के दिग्गज नेताओं की मौजूदगी ने समारोह को और भव्य बना दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री इस शपथ समारोह के साक्षी बने। पूरा गांधी मैदान सुरक्षा घेरे में था और माहौल में उत्साह, तालियों और नारों की गूंज सुनाई देती रही।

शपथ ग्रहण समारोह में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम ने पूरे आयोजन को और रंगीन बना दिया। मंच पर मैथिली ठाकुर, सांसद व गायक मनोज तिवारी और भोजपुरी स्टार पवन सिंह ने अपनी प्रस्तुति देकर भीड़ को झूमने पर मजबूर कर दिया। उनकी प्रस्तुतियों ने समारोह को एक उत्सव में बदल दिया।

टॅग्स :बिहार विधानसभा चुनाव 2025चिराग पासवाननरेंद्र मोदीनीतीश कुमारउपेंद्र कुशवाहाजीतन राम मांझीबिहार
Open in App

संबंधित खबरें

भारतपीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन को भेंट की भगवत गीता, रशियन भाषा में किया गया है अनुवाद

भारतPM Modi–Putin Private Dinner: मुगलई खाने से लेकर कश्मीरी क्लासिक्स तक, रूसी राष्ट्रपति को पिछली यात्राओं के दौरान क्या परोसा गया था

भारतVIDEO: पीएम मोदी और पुतिन दिल्ली एयरपोर्ट से मुंबई नंबर प्लेट वाली टोयोटा फॉर्च्यूनर में एक साथ बैठे

भारतVIDEO: वाशिंगटन के साथ 'ठंडे' रिश्तों के बीच, पीएम मोदी ने दिल्ली एयरपोर्ट पर रूसी राष्ट्रपति पुतिन को गर्मजोशी से लगाया गले

भारतBihar: उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने विपक्षी दल राजद को लिया निशाने पर, कहा- बालू माफिया की छाती पर बुलडोजर चलाया जाएगा

भारत अधिक खबरें

भारतइंडिगो की 400 से ज्यादा उड़ानें आज हुई रद्द, यात्रियों के लिए मुश्किल हुआ हवाई सफर

भारतPutin Visit India: राष्ट्रपति पुतिन के भारत दौरे का दूसरा दिन, राजघाट पर देंगे श्रद्धांजलि; जानें क्या है शेड्यूल

भारतRBI MPC Meet: लोन होंगे सस्ते, RBI ने रेपो रेट 25 बेसिस पॉइंट्स घटाकर 5.25% किया

भारतछत्तीसगढ़: हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती

भारतIndiGo flight cancellations: इंडिगो आने वाले दिनों में भी कैंसिल करेगा फ्लाइट, एयरलाइंस ने 10 फरवरी तक का मांगा समय