पटनाः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता की ओर से मैं बिहार की नई सरकार को बधाई देने आया हूँ। आज हम जो कुछ भी यहाँ देख रहे हैं, वह नीतीश कुमार जी के विशाल अनुभव और डबल इंजन वाली सरकार के प्रयासों का परिणाम है। मैं बिहार की जनता को बधाई देता हूँ...मैं नीतीश जी, सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा जी और आज शपथ लेने वाले नए मंत्रिमंडल को बधाई देता हूँ। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के कई अन्य शीर्ष नेता शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में राजग शासित कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे। शाह और नड्डा शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए राजधानी पटना पहुंच चुके हैं।
सूत्रों के अनुसार, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, उत्तराखंड के पुष्कर सिंह धामी, आंध्र प्रदेश के चंद्रबाबू नायडू, राजस्थान के भजनलाल शर्मा, महाराष्ट्र के देवेंद्र फडणवीस, मेघालय के सी. के. संगमा, ओडिशा के मोहन चरण मांझी, गुजरात के भूपेंद्र पटेल, गोवा के प्रमोद सावंत, दिल्ली की रेखा गुप्ता, हरियाणा के नायब सिंह सैनी, असम के हिमंत विश्व शर्मा, अरुणाचल प्रदेश के पेमा खांडू, त्रिपुरा के माणिक साहा और मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की संभावना है।
शपथ ग्रहण समारोह भाग लेने आए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, ‘‘बिहार के लोगों को इस नयी सरकार के बनने पर बधाई। मुझे विश्वास है कि बिहार आने वाले समय में विकसित हो रहे भारत का वृद्धि इंजन बनेगा।’’ जदयू नेता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा, ‘‘आज नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में राजग की सरकार का गठन होने जा रहा है।
आज के शपथ ग्रहण के बाद हमारा संकल्प है कि देश के 10 सर्वश्रेष्ठ राज्य की सूची में बिहार को खड़ा करना है। इसके लिए बिहार में विकास की गंगा बहती रही है और हम लोग मिलकर नए आयाम स्थापित करेंगे।’’ सूत्रों के अनुसार, भाजपा के 14 और जद(यू) के आठ विधायक आज शपथ लेंगे।
राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) तथा चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के एक-एक विधायक भी आज शपथ ले सकते हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं और कार्यक्रम में तीन लाख से अधिक लोगों के आने की उम्मीद है। नए मंत्रिमंडल का विस्तार अगले साल 14 जनवरी को मकर संक्रांति के बाद किया जाएगा।