पटनाः बिहार विधानसभा की दो सीटों के लिए हो रहे उप-चुनाव को लेकर महागठबंधन बिहार में टूट चूका है. महागठबंधन में आपसी कलह अब सतह पर आ चुका है. लेकिन बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को इसकी बिलकुल परवाह नहीं है.
उन्होंने कांग्रेस समेत महागठबंधन के अन्य घटक दलों को भी आगाह कर दिया कि संगठन को मजबूत बनाकर राजद भविष्य में अपने दम भी सभी सीटों (बिहार में 243 विधानसभा सीट हैं) पर चुनाव लड़ सकता है. राजद के प्रशिक्षण शिविर में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने संगठन को मजबूत बनाकर भविष्य में अपने दम भी सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का संकेत दे दिया है. इस तरह से राजद और कांग्रेस अब खुलकर आमने-सामने हो चुकी है.
तेजस्वी यादव ने ऐलान करते हुए कहा है कि अब राजद सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. अर्थात अब स्पस्ट संकेत दे दिये गये हैं कि राजद अकेले ही बिहार में सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी. जिला एवं प्रखंड अध्यक्षों के दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के पहले दिन तेजस्वी ने सभी वर्ग, जाति और धर्म को साथ लेकर संगठन को बूथ और पंचायत स्तर पर मजबूत करने का निर्देश देते हुए कहा कि बूथ जीतेंगे तभी चुनाव जीतेंगे और सरकार बना पाएंगे. उन्होंने कुशेश्वरस्थान और तारापुर सीट पर जीत का दावा करते हुए कार्यकर्ताओं को संकल्प दिलाया कि सभी मतभेद भुलाकर जीत के लिए काम करेंगे.
उन्होंने कहा कि जैसे ही हमारा संगठन और मजबूत होता है, हम प्रदेश की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने राजद के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि नकारात्मक सोच को छोड़ें. सकारात्मक रूप से खुले दिमाग से सब की बातों को सुनें. उल्लेखनीय है कि महागठबंधन के घटक दल राजद और कांग्रेस के बीच कुशेश्वरस्थान और तारापुर सीट पर प्रत्याशी घोषित करने को लेकर घमाशान जारी है. एक दिन पहले राजद ने दोनों ही सीट पर उम्मीदवार घोषित कर दिए. कुशेश्वरस्थान से गणेश भारती को तो तारापुर से अरुण कुमार साह को टिकट दे दिया.
कांग्रेस के दावे के बावजूद कुशेश्वरस्थान पर राजद के प्रत्याशी के ऐलान पर कांग्रेस ने आपत्ति जाहिर की और कहा कि दोनों सीटों पर पार्टी अपने उम्मीदवार घोषित करेगी. इस बीच एनडीए की सभी दलों ने सर्वसम्मति के साथ दोनों सीटों पर जदयू के प्रत्याशी को टिकट दिया है. कांग्रेस कुशेश्वरस्थान सीट पर अपने प्रत्याशी को उतारने की मांग कर रही थी.
लेकिन राजद के प्रत्याशी देते ही कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया और बगावती तेवर अपना लिये. कांग्रेस ने राजद पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए अब दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवारों को भी उतारने की बात कही है. बता दें कि कांग्रेस और राजद में उस समय भी आरोप-प्रत्यारोप चले थे, जब विधानसभा चुनाव 2020 का परिणाम सामने आया था.
राजद ने कांग्रेस के उपर तीखे हमले किये थे और कांग्रेस की क्षमता पर इसलिये सवाल उठाया था क्योंकि तुलनात्मक दृष्टिकोण से कांग्रेस के प्रत्याशी ने कम सीटों पर जीत हासिल की थी. हालांकि अब महागठबंधन में जो स्थिति है वह तेजस्वी के इस बयान के बाद लगभग तय हो चुका है कि राजद अब अकेले ही मैदान मजबूत करने की तैयारी में लगेगी.