गुवाहाटीः तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की असम इकाई के सदस्य और कार्यकर्ता गुवाहाटी में रैडिसन ब्लू होटल के बाहर भारी विरोध प्रदर्शन किया और भाजपा पर महाराष्ट्र सरकार गिराने का आरोप लगाया। गौरतलब है कि रैडिसन ब्लू होटल में ही शिवसेना के एकनाथ शिंदे सहित महाराष्ट्र के बागी विधायक ठहरे हुए हैं। यहां धरने की अगुवाई पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रिपुन बोरा कर रहे हैं।
टीएमसी नेताओं, कार्यकर्ताओं के विरोध को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई। कुछ ही देर बाद प्रदर्शन कर रहे टीएमसी नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लेना शुरू कर दिया। इस दौरान एक कार्यकर्ता भाजपा पर जमकर भड़ास निकाला। उसने कहा, "असम में लगभग 20 लाख लोग बाढ़ के कारण पीड़ित हैं। लेकिन सीएम महाराष्ट्र सरकार को गिराने में व्यस्त हैं।"
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भावनात्मक अपील करने और इस्तीफा देने की पेशकश के साथ ही बुधवार रात अपना आधिकारिक आवास खाली कर दिया था। वहीं गुरुवार को महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार में जारी राजनीतिक संकट के बीच शिवसेना के तीन और विधायक कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले बागी खेमे में शामिल होने के लिए असम की राजधानी गुवाहाटी के लिए रवाना हो गए।
शिंदे के एक करीबी सहयोगी ने बताया कि सावंतवाड़ी से विधायक दीपक केसकर, चेंबूर से विधायक मंगेश कुडलकर और दादर से विधायक सदा सर्वंकर सुबह मुंबई से गुवाहाटी के लिए रवाना हुए। बुधवार शाम महाराष्ट्र के मंत्री गुलाबराव पाटिल सहित चार विधायक गुवाहाटी के लिए रवाना हुए थे।
बुधवार को गुवाहाटी पहुंचने के बाद शिंदे ने कुछ निर्दलीय विधायकों समेत 46 विधायकों के समर्थन का दावा किया था। उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष को एक पत्र लिखा था, जिस पर शिवसेना के 35 विधायकों ने हस्ताक्षर किए थे। इसमें सुनील प्रभु की जगह भरत गोगावले को शिवसेना विधायक दल का मुख्य सचेतक बनाया गया था।