नई दिल्ली: असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा है कि देश में बिना वैध दस्तावेज के घुसने वाला हर व्यक्ति अवैध है चाहे वह हिंदू हो, मुसलमान हो या रोहिंग्या। हिमंता बिस्वा सरमा ने राज्य में होने वाले रोहिंग्याओं के अवैध घुसपैठ पर भी बात की।
हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य में रोहिंग्या घुसपैठ पर कहा, "असम के लिए कोई खतरा नहीं है क्योंकि वे यहां नहीं रह रहे हैं लेकिन वे असम को यात्रा मार्ग के रूप में उपयोग कर रहे हैं और यह देश के लिए खतरा है। अगर कोई विदेशी नागरिक बिना पासपोर्ट और वीजा के आता है, यह हमारी संप्रभुता के लिए खतरा है। जो कोई भी अवैध रूप से देश में प्रवेश किया है, चाहे वह रोहिंग्या हो या गैर-रोहिंग्या, चाहे वह हिंदू हो या मुस्लिम, अवैध है और हम अवैधता को बढ़ावा नहीं दे सकते।"
बता दें कि भारत में अवैध रूप से आए रोहिंग्याओं को लेकर चिंता जताई जाती रही है। अभी हाल ही में यूपी एटीएस ने अवैध रूप से उत्तर प्रदेश में रहने वाले रोहिंग्या मुस्लिमों को गिरफ्तार किया था। यूपी सहारनपुर, मेरठ, हापुड़, गाजियाबाद, अलीगढ़ और मथुरा में छापा मारकर अवैध रूप से रह रहे तकरीबन 74 रोहिंग्या गिरफ्तार किए गए। म्यांमार में छिड़े गृहयुद्ध के बाद धीरे-धीरे करके अब तक हजारों रोहिंग्याओं के भारत में घुसपैठ करने की जानकारी आ चुकी है। अक्सर ये घुसपैठिये भारत में घुसने के लिए असम के रास्ते का इस्तेमाल करते हैं।
एक अनुमान के मुताबिक सबसे ज्यादा रोहिंग्या मुसलमान जम्मू-कश्मीर के आसपास के इलाके में रहते हैं। वर्ष 2017 में केंद्र सरकार ने बताया था कि देश में करीब 40 हजार अवैध रोहिंग्या घुसपैठिये रह रहे हैं। हजारों की तादाद में रोहिंग्या मुसलमानों के दिल्ली में भी रहने का अनुमान है। इनमें से कई ने भारत में फर्जी रूप से पहचान पत्र भी बनवा लिया है।
बता दें कि 1982 में म्यामार सरकार ने रोहिंग्या मुसलमानों का नागरिक दर्जा खत्म कर दिया था। म्यांमार सरकार रोहिंग्या मुसलमानों को देश छोड़ने के लिए मजबूर करती रही है। तब से रोहिंग्या बांग्लादेश और भारत में घुसपैठ करके यहां आते रहे हैं।