अमरावती: आंध्र प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी पर सियासी हंगाम जारी है। जन सेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण ने नायडू की गिरफ्तारी पर सरकार की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा, "जन सेना की ओर से हम चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करते हैं। लोकतंत्र में ऐसी घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं। आज जिस तरह से पूर्व मुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया गया वह दुखद है। हम खुलकर विरोध कर रहे हैं जिस तरह से अधिकारी और राजनीतिक दल सरकारी नेताओं के आदेश के अनुसार गिरफ्तारी कर रहे हैं।”
वहीं तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कुंचनपल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर विरोध प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी का पुतला जलाकर चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की है। प्रदर्शनकारियों ने 'सीएम मुर्दाबाद' के नारे लगाए और टायर जलाकर सड़क को जाम किया। जवाब में, पुलिस ने टीडीपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया, बाद में उन्हें आगे की कार्यवाही के लिए नजदीकी पुलिस स्टेशन ले जाया गया।
वहीं आंध्र प्रदेश अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने कहा कि चंद्रबाबू नायडू ₹371 करोड़ के कौशल विकास घोटाले में मुख्य साजिशकर्ता और "आरोपी नंबर 1" हैं। जांच एजेंसी ने आगे कहा कि सरकारी आदेश नायडू के निर्देशों के तहत जारी किया गया था, जिसका उद्देश्य सरकारी खजाने को गलत नुकसान पहुंचाना और निजी व्यक्तियों को लाभ पहुंचाना था।
पूर्व सीएम को घोटाले के सिलसिले में सीआईडी ने सुबह करीब 6 बजे नंदयाला शहर के ज्ञानपुरम में आरके फंक्शन हॉल से गिरफ्तार किया गया। अपनी रिमांड रिपोर्ट में, “सीआईडी ने कहा है कि अब तक की जांच के अनुसार, छह कौशल विकास समूहों पर निजी संस्थाओं द्वारा खर्च की गई कुल राशि विशेष रूप से एपी सरकार और एपी कौशल विकास केंद्र द्वारा उन्नत धनराशि से प्राप्त की गई है, जो कुल मिलाकर ₹371 करोड़ है।”