मुंबई: महाराष्ट्र में बड़ी सियासी हलचल होने की खबरें सामने आई हैं। सूत्रों के हवाले से खबर है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अजित पवार 29 नेताओं के साथ महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने की उम्मीद है। पवार भाजपा के देवेन्द्र फड़णवीस के साथ उपमुख्यमंत्री पद साझा करेंगे। यह कदम पवार द्वारा सार्वजनिक रूप से महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में पद छोड़ने की इच्छा व्यक्त करने के कुछ ही दिनों बाद आया है।
इस बीच राकांपा नेता अजित पवार विधायकों संग राजभवन पहुंच गए हैं। सूत्र के अनुसार, अजित पवार पटना में विपक्षी एकता बैठक में मंच साझा करने और राहुल गांधी के साथ सहयोग करने के शरद पवार के "एकतरफा" फैसले से "नाराज" थे।
इससे पहले आज, राकांपा विधायकों के एक समूह ने अजीत पवार के मुंबई आवास पर मुलाकात की, जहां पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले और वरिष्ठ नेता छगन भुजबल भी उपस्थित थे। बैठक में प्रदेश पार्टी अध्यक्ष जयंत पाटिल मौजूद नहीं थे। इस बीच, शरद पवार ने पुणे में पत्रकारों से कहा कि उन्हें मुंबई की बैठक की जानकारी नहीं थी। राकांपा प्रमुख ने यह भी कहा कि विपक्ष के नेता के तौर पर अजित पवार विधायकों की बैठक बुला सकते हैं।
अजित पवार के आधिकारिक आवास 'देवगिरि' पर हुई बैठक में राकांपा के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल और पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले मौजूद थे, जबकि प्रदेश पार्टी अध्यक्ष जयंत पाटिल मौजूद नहीं थे। बैठक में कुछ विधायक भी मौजूद थे।
इस बीच, शरद पवार ने पुणे में पत्रकारों से कहा कि उन्हें मुंबई की बैठक की जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा, ''6 जुलाई को मैंने वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलाई है और इसमें पार्टी से जुड़े फैसलों पर चर्चा की जाएगी।