नरेंद्र मोदी के मासिक रेडियो शो 'मन की बात' के 100वें एपिसोड के प्रसारण से पहले तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने रविवार को ट्विटर पर पीएम मोदी से दो सवालों के जवाब मांगे। महुआ मोइत्रा ने जंतर-मंतर पर कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण के खिलाफ पहलवानों के प्रदर्शन और अडानी समूह के खिलाफ जांच का जिक्र किया है।
टीएमसी सांसद ने लिखा- “प्रिय माननीय मोदीजी- आज मन की बात का 100वां एपिसोड संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में भी सीधा प्रसारित होने वाला है। कृपया हमें बताएं: 1. भारत की एथलीट बेटियों को शक्तिशाली भाजपा शिकारियों से क्यों नहीं बचाया जा सकता। 2. सेबी अडानी की जांच को सुप्रीम कोर्ट के समय सीमा में पूरा क्यों नहीं कर सकता है? धान्यवाद।
मुहआ मोइत्रा ने पहला सवाल बृजभूषण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठे पहलवानों के संबंध में है जबकि दूसरा अडानी समूह के खिलाफ जांच को लेकर। गौरतलब है कि अदाणी-हिंडनबर्ग मामले की जांच के लिए सेबी ने सुप्रीम कोर्ट से 6-माह का अतिरिक्त समय मांगा है। टीएमसी सांसद ने इसपर एक ट्वीट में कहा था कि "यह मजाक है। सेबी अक्टूबर-2021 से इसकी जांच कर रही है। वह अपने पसंदीदा उद्योगपति (गौतम अदाणी) को बचाने के लिए अतिरिक्त 6-माह चाहती है ताकि उन्हें 'उल्लंघन' छिपाने का मौका मिल सके।"
इससे पहले शनिवार को टीएमसी नेता ने भारतीय जनता पार्टी की महिला नेताओं पर पहलवानों के विरोध के मुद्दे पर कथित रूप से "चुप्पी" बनाए रखने के लिए कटाक्ष किया। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर स्पष्ट तौर पर निशाना साधते हुए मोइत्रा ने कहा कि "ओह एंड जस्ट बीटीडब्ल्यू बीजेपी - आपकी नारी ब्रिगेड कहां है? तुम्हारी सास और तुम्हारी बहू? डब्ल्यूएफआई के मुद्दे पर अब चुप्पी क्यों? या महिला एथलीट इतनी 'संस्कारी' नहीं हैं कि उनके लिए खड़ा हो सकें।”