नई दिल्ली: मणिपुर के मुद्दे पर विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार और बीजेपी की घेराबंदी तेज कर दी है। इस मुद्दे पर संसद में लगातार जारी हंगामे के बीच आम आदमी पार्टी 25 जुलाई, मंगलवार को जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करने जा रही है।
दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि मणिपुर में बढ़ती हिंसा और महिलाओं से बर्बरता के खिलाफ आम आदमी पार्टी आज शाम 4 बजे दिल्ली के जंतर मंतर पर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करेगी। गोपाल राय ने लोगों से शाम 4 बजे जंतर मंतर पहुंचने की अपील भी की।
बता दें कि मणिपुर मुद्दे पर ही राज्यसभा में नारेबाजी करने के कारण आप सांसद संजय सिंह को पूरे मानसून सत्र से निलंबित कर दिया गया है। आप समेत तमाम विपक्षी पार्टियां इसे लेकर भी केंद्र सरकार पर हमलावर हैं। इस मामले पर आप सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि मणिपुर का मुद्दा राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा है।
राघव चड्ढा ने कहा, "मुझे रात को सोते वक्त करगिल योद्धा का कथन सुनाई दे रहा था। उस योद्धा ने कारगिल युद्ध में देश की रक्षा तो की लेकिन अपनी पत्नी की रक्षा मणिपुर में नहीं कर पाया। दुनिया की कई देशों की संसद में मणिपुर को लेकर चर्चा हो रही है। बड़े दुख की बात है कि हमारे देश की संसद में मणिपुर पर चर्चा नहीं हो रही है।"
राज्यसभा से पूरे सत्र के लिए निलंबित किए गए सांसद संजय सिंह फैसले के खिलाफ संसद के बाहर धरने पर बैठे हैं। उन्होंने कहा, "देश के सीमावर्ती राज्य मणिपुर में 90 दिन से हिंसा हो रही है। केंद्रीय मंत्री, राज्य महिला मंत्री का घर जलाया गया, बलात्कार-हत्याएं हो रही हैं। करगिल के योद्धा की पत्नी को नग्न कर परेड करवाई गई। पीएम मोदी किसी क्रिकेटर की उंगली टूटने और ब्राजील के फुटबॉल खिलाड़ी पर ट्वीट करने के लिए सक्रिय हो जाते हैं। मणिपुर पर पीएम मोदी ख़ामोश क्यों हैं? उन्हें जवाब देना चाहिए।"
बता दें कि मणिपुर में जारी हिंसा और दो महिलाओं के 'निर्वस्त्र परेड' कांड को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है। इस मुद्दे पर हंगामे के चलते 20 जुलाई से शुरु हुआ संसद का मानसून सत्र अब तक एक दिन भी सही से नहीं चल सका है।