मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फड़नवीस ने रविवार को मुंबई की साइबर पुलिस के समक्ष ट्रांसफर और पोस्टिंग मामले में अपने बयान को दर्ज करवाया है। फड़नवीस ने मीडिया को बताया कि पुलिस की एक टीम ने ट्रांसफर, पोस्टिंग मामले में मेरा बयान दर्ज किया। मैंने सभी सवालों के जवाब दिए। महाराष्ट्र सरकार पिछले छह महीने से इस मामले को खारिज कर रही थी। मैं इस मामले का व्हिसलब्लोअर हूं।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता ने कहा, राज्य के स्थानांतरण मामले से संबंधित दस्तावेज केंद्रीय गृह सचिव को सौंपे हैं। मैंने मीडिया के साथ दस्तावेज साझा नहीं किए हैं। बता दें कि मुंबई की साइबर पुलिस ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस को एक नोटिस जारी कर कथित अवैध फोन टैपिंग मामले में रविवार को उसके सामने पेश होने का निर्देश दिया था।
इस संबंध में शनिवार को फड़नवीस ने कहा था कि उन्हें मुंबई पुलिस की तरफ से सीआरपीसी की धारा 160 के तहत एक नोटिस मिला है, जिसमें उन्हें कल सुबह 11 बजे बीकेसी साइबर पुलिस स्टेशन में उनके सामने पेश होने के लिए कहा गया है। पूर्व सीएम ने कहा था कि वे वहां जाकर अपना बयान दर्ज कराऊंगा।
हालांकि बाद उन्होंने यह भी कहा कि ज्वाइंट सीपी क्राइम ने मुझसे कहा कि मुझे कल बीकेसी थाने जाने की जरूरत नहीं है। इसके बजाय, वे केवल आवश्यक जानकारी लेने आएंगे। इसी के चलते राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ने रविवार को पुणे में होने वाले कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है। उन्होंने कहा है कि मैं अपने घर पर रहुंगा। वे कभी भी आ सकते हैं।
बता दें कि पूर्व सीएम ने पुलिस विभाग में हो रहे तबादलों में रिश्वतखोरी का आरोप लगाया था। इसमें फड़नवीस ने रश्मि शुक्ला की ओर से तत्कालीन डीजीपी को लिखे पत्र का हवाला भी दिया था। गौरतलब है कि उस पत्र में कथित तौर पर फोन टैपिंग का ब्योरा था।