नई दिल्ली: जारी मॉनसून सत्र में राज्यसभा के सभापति द्वारा इस पूरे हफ्ते के लिए निलंबित किए गए सांसदों ने इस फैसले के खिलाफ 50 घंटे के विरोध के तहत पहली रात बुधवार को संसद परिसर के खुले आसमान के नीचे बिताई। गुरुवार की सुबह उठने पर ये सांसद अपने मोबाइल फोन देखने, ऑनलाइन वीडियो और तस्वीरें साझा आदि करते नजर आए।
मौजूदा सत्र में सोमवार और मंगलवार को निलंबित किए गए 20 सांसदों में टीएमसी के सात, डीएमके के छह, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के तीन, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के दो और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के एक-एक सांसद शामिल हैं। (सीपीआई) और आम आदमी पार्टी (आप) के हैं।
विरोध कर रहे सांसदों ने टेंट लगाने का अनुरोध भी किया था लेकिन अधिकारियों ने इसे अस्वीकार कर दिया। हालांकि, प्रदर्शन कर रहे सांसदों को संसद के लाइब्रेरी के बाथरूम में शौचालय का उपयोग करने की अनुमति दी गई।
तृणमूल सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने अपने सहयोगियों के रात सोने की तैयारी करते हुए एक तस्वीर पोस्ट की और कहा कि संसदीय कार्य मंत्री ने निलंबित सांसदों को 50 घंटे तक विरोध नहीं करने की सलाह दी थी। डेरेक ने ट्वीट किया, "मंत्री जी, हम अच्छे हैं। आप घर में अच्छी नींद लें।"
इस बीच विपक्षी दलों ने प्रदर्शन कर रहे सांसदों के लिए खाने की व्यवस्था की है। इसमें इडली-सांबर, चिकन तंदूरी, गाजर का हलवा और फल आदि शामिल हैं। पीटीआई की एक रिपोर्ट में बताया गया कि इस संबंध में रोस्टर को एक खास बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप पर साझा किया गया है, जिससे सभी को इसके बारे में जानकारी रहे।
सांसदों के लिए ये हैं खाने के इंतजाम
बुधवार को सांसदों ने नाश्ते में इडली-सांभर खाया जिसका इंतजाम द्रमुक सांसद तिरुचि शिवा ने किया था। दही-चावल के लंच का भी इंतजाम डीएमके ने किया था। टीएमसी की ओर से रात के खाने में रोटी, दाल, पनीर और चिकन तंदूरी का इंतजाम किया गया। वहीं, द्रमुक की कनिमोझी, जिन्होंने रोस्टर बनाने में अहम भूमिका निभाई थी, वे 'गजर का हलवा' लेकर धरना स्थल पर पहुंची। जबकि टीएमसी ने फलों और सैंडविच की व्यवस्था की।
वहीं, गुरुवार को भी द्रमुक की ओर नाश्ते का इंतजाम किया गया। दोपहर के भोजन के लिए टीआरएस और 'आप' रात के खाने की व्यवस्था करेगी। 'आप' की ओर से सांसदों को चिलचिलाती धूप से बचाने के लिए टेंट लगाने की भी जिम्मेदारी मिली थी, लेकिन अधिकारियों ने इसकी अनुमति देने से इनकार कर दिया।