बेंगलुरु, 12 जून: भारतीय हॉकी टीम के मुख्य कोच हरेंद्र सिंह के बेंगलुरु के भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) में खाने के घटिया स्तर के आरोप हॉकी इंडिया के प्रसिडेंट राजिंदर सिंह ने कहा है कि उन्होंने इस मसले पर अपनी बात रखने के लिए खेल मंत्रालय से समय मांगा है। वहीं, भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के कोषाध्यक्ष आनंदेश्वर पांडे ने भी कहा है इस मसले पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
एएनआई के अनुसार राजिंदर सिंह ने कहा, 'यह वाकई बेहद गंभीर मामला है और इसे हल्के में नहीं ले सकते हैं। अगर कोई एथलीट बीमार पड़ता है तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? इसलिए हमने एक बैठक बुलाने का फैसला किया है और मंत्रालय से भी समय मांगा है।'
दूसरी ओर आईओए के ट्रेजरर आनंदेश्वर ने कहा, 'भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों को अच्छा खाना मिलना चाहिए। अगर कोच ने ऐसा मुद्दा उठाया है तो इसका हल निकाला जाना चाहिए। अगर खिलाड़ियों को अच्छा खाना नहीं मिलेगा तो इससे उनके प्रदर्शन पर असर पड़ सकता है।' (और पढ़ें- एशिया कप: बांग्लादेश की जीत में इस भारतीय क्रिकेटर का हाथ, आखिरी गेंद पर भारत को मिली थी हार)
इस विवाद के बीच साई के मुख्य निदेशक (डीजी) ने कहा है कि वह इस पूरे विवाद से चिंतित हैं और इस संबंध में जरूरी कदम उठाने के निर्देश दे दिए गए हैं। साथ ही साई के सभी क्षेत्रीय प्रमुख की भी तत्काल बैठक बुलाई गई है ताकि कार्यपद्धति का मुआयना किया जा सके और इसके पालन के लिए कड़े कदम उठाए जा सके।
हरेंद्र ने हाकी इंडिया के आला अधिकारियों को लिखे पत्र में कहा, 'मैं आपके ध्यानार्थ लाना चाहूंगा कि बेंगलुरु में साई सेंटर में खाना बहुत ही खराब मिल रहा है जिसमें जरूरत से ज्यादा तेल और फैट है। हड्डियों में मीट नहीं है। खाने में कीड़े, मकोड़े और बाल निकल रहे हैं। मैं आपको बताना चाहता हूं कि यहां साफ सफाई का भी ध्यान नहीं रखा जा रहा है।'
उन्होंने कहा, 'किचन में जो बर्तन इस्तेमाल हो रहे हैं, वे भी ठीक नहीं है। हम चैम्पियंस ट्राफी, एशियाई खेल और विश्व कप की तैयारी कर रहे हैं। इनके लिये खिलाड़ियों को ऐसी खुराक चाहिये जिसमें सारे पोषक तत्व हों।'
भारतीय टीम नीदरलैंड के ब्रेडा में 23 जून से एक जुलाई के बीच चैम्पियंस ट्राफी खेलेगी। (और पढ़ें- कभी 250 रुपये के लिए मैच खेलता था यह क्रिकेटर, गंभीर की मदद के बाद टीम इंडिया में चयन)
(भाषा इनपुट)