FIH Hockey Olympic Qualifier: न्यूजीलैंड और इटली को हराकर सेमीफाइनल में भारतीय महिला टीम, पेरिस ओलंपिक का टिकट और जीत से दो कदम दूर, सामने जर्मन दीवार चुनौती!
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 17, 2024 03:05 PM2024-01-17T15:05:22+5:302024-01-17T15:08:45+5:30
FIH Hockey Olympic Qualifier: जर्मनी के खिलाफ गुरुवार को यहां होने वाले सेमीफाइनल में सफलता हासिल करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाना होगा।
FIH Hockey Olympic Qualifier: पेरिस ओलंपिक में जगह बनाने से केवल एक जीत दूर खड़ी भारतीय महिला हॉकी टीम को एफआईएच ओलंपिक क्वालीफायर्स में अपने से अधिक रैंकिंग के जर्मनी के खिलाफ गुरुवार को यहां होने वाले सेमीफाइनल में सफलता हासिल करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाना होगा।
भारतीय टीम टूर्नामेंट के अपने पहले मैच में अमेरिका से 0-1 से हार गई थी लेकिन इसके बाद उसने न्यूजीलैंड और इटली को हराकर पूल बी में दूसरे स्थान पर रहकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। भारत ने पिछले दो मैच में खेल के हर विभाग में अच्छा प्रदर्शन किया और सविता पूनिया की अगुवाई वाली टीम जर्मनी के खिलाफ भी इसी तरह का खेल जारी रखने की कोशिश करेगी।
इस टूर्नामेंट में शीर्ष पर रहने वाली तीन टीम इस साल होने वाले ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करेंगी। इस तरह से गुरुवार को जीत दर्ज करने पर भारतीय टीम का पेरिस का टिकट पक्का हो जाएगा। अगर भारतीय टीम इस मैच को जीतने में नाकाम रहती है तो उसे ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने का एक और मौका मिलेगा।
सेमीफाइनल में हारने वाली टीमों के बीच तीसरे और चौथे स्थान के लिए शुक्रवार को मैच खेला जाएगा जिसमें जीत दर्ज करने वाली टीम ओलंपिक में जगह बनाएगी। भारतीय टीम को हालांकि जर्मनी के खिलाफ सकारात्मक सोच के साथ मैदान पर उतरना होगा। पिछले दो मैच में भारतीय रक्षापंक्ति ने शानदार प्रदर्शन किया।
भारतीय रक्षापंक्ति में कप्तान सविता के अलावा उदिता, मोनिका और निक्की प्रधान ने अच्छा खेल दिखाया है। मध्य पंक्ति ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है। सलीमा टेटे अपनी तेज दौड़ से विरोधी टीमों को परेशान करती रही हैं जबकि नेहा गोयल ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है। इन दोनों ने अग्रिम पंक्ति के लिए अच्छे मौके बनाए हैं।
अग्रिम पंक्ति में लालरेम्सियामी, संगीता कुमारी, ब्यूटी डुंग डुंग और नवनीत कौर भी अपने बेहतरीन प्रदर्शन से टीम की उम्मीदों पर खरी उतरी हैं। भारत के लिए पेनल्टी कार्नर को गोल में बदलना बड़ा मसला रहा है लेकिन इटली के खिलाफ पिछले मैच में उदिता ने पेनल्टी कॉर्नर पर दो गोल किए। लेकिन जर्मनी की मजबूत टीम के खिलाफ केवल उदिता का प्रयास ही पर्याप्त नहीं होगा।
जहां तक जर्मनी का सवाल है तो वह पूल ए में सात अंक लेकर शीर्ष पर रहा। जापान के भी इतने ही अंक थे लेकिन जर्मनी का गोल अंतर बेहतर था। जर्मनी अभी विश्व रैंकिंग में पांचवें जबकि भारत छठे नंबर पर है। भारतीय टीम ने 2006 के बाद जर्मनी से सात मैच खेले हैं जिनमें से दो में उसे जीत मिली जबकि पांच मैच में उसे हार का सामना करना पड़ा।
लेकिन वर्तमान समय में हॉकी में रैंकिंग और अतीत के परिणाम केवल संख्या हैं और दोनों टीम एक दूसरे को कड़ी टक्कर देने में सक्षम हैं। भारतीय कोच यानिक शोपमैन ने कहा,‘‘हम जर्मनी की टीम को अच्छी तरह से जानते हैं। हमने पिछली गर्मियों में और हाल में स्पेन में उनसे मैच खेले थे। उसके पास कुछ अच्छे खिलाड़ी हैं लेकिन अगर हम अपने खेल पर ध्यान देते हैं तो उन्हें हरा सकते हैं।’’ एक अन्य सेमीफाइनल में अमेरिका का सामना जापान से होगा।