दुनियाभर में 1 मार्च से 7 मार्च तक अंतर्राष्ट्रीय योग सप्ताह मनाया जा रहा है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि योग एक ऐसा माध्यम है जिसके जरिए पूरी बॉडी को हेल्दी रखा जा सकता है। बदलते लाइफस्टाइल की वजह से लोगों का स्ट्रेस लेवल बढ़ रहा है। स्ट्रेस की वजह से कई तरह की जानलेवा बीमारियां जन्म लेती है। लेकिन एक खास तरह का योग है जिसके जरिए स्ट्रेस को दूर किया जा सकता है। इस योग का नाम है 'सुखासन'।
'सुखासन' का मतलबसुखासन एक संस्कृत शब्द है जो दो शब्दों से मिलकर बना है सुख और आसन। नियमित रूप से इस आसान को करने से बॉडी में कुछ ऐसे हॉर्मोन्स पैदा होते हैं जो सुख की अनुभूति पैदा करते हैं। इससे फिजिकल और मेंटल हेल्थ में सुधार होता है। साथ ही यह आसन बॉडी के ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है। इस आसन को रेगुलर करने से बॉडी में इंफेक्शन का खतरा कम होता है।
आपको ये जानकर खुशी होगी कि सुखासन करने से हार्ट डिसीज (दिल से जुड़ी बीमारी) का खतरा कम होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इस आसन से बॉडी का कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल होता है। यह बॉडी से खराब कोलेस्ट्रॉल बाहर निकालने में मदद करता है। इससे बॉडी डिटॉक्स होती है, जिसकी वजह से स्किन भी ग्लो करती है।
'सुखासन' करने का तरीका- सबसे पहले योगा मैट पर पालथी लगाकर बैठ जाएं।- इसके बाद दोनों हाथों को ओम की अवस्था में अपने घुटनों पर रख लें।- आसन करते समय रीढ़ की हड्डी सीधी रखें।- आंखें बंद रखें और शरीर को बिल्कुल ढीला छोड़ दें।- इस पोजिशन में कम से कम 10 मिनट तक रहें और मेडिटेशन करें।
ये बातें ध्यान रखें- रोज इस आसन को 10 से 30 मिनट तक करें। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि इस आसन को सुबह के समय खाली पेट करना है और किसी शांत जगह पर करना है।
जानिए किन्हें नहीं करना चाहिए 'सुखासन'- जिन लोगों को घुटने में दर्द की समस्या है वह सुखासन न करें।- रीढ़ की हड्डी के दर्द से परेशान लोग भी इस आसन को करने से बचें।- साइटिका के मरीजों को इस आसन को करने से बचना चाहिए।- एक बार योग एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।