सर्दियों में एलर्जी का सबसे अधिक खतरा होता है। छींक आना, नाक बहना और गले व छाती में जमाव इसके लक्षण हैं। एलर्जी आपके इम्युनिटी सिस्टम को कमजोर कर सकती है। आमतौर पर सर्दी खांसी जैसी समस्याएं एक हफ्ते से ज्यादा नहीं टिकती हैं लेकिन एलर्जी आपको महीने या पूरी सर्दी परेशान कर सकती है। इसके अलावा, ठंड और फ्लू में कभी-कभी बुखार और दर्द और पीड़ा होती है, जो आमतौर पर एलर्जी से नहीं होते हैं।
स्किन एलर्जीसर्दी के मौसम में एक्जिमा, एटोपिक डार्माटाइटिस और कांटेक्ट डार्माटाइटिस जैसी स्किन एलर्जी सामान्य होती है। इस तरह की एलर्जी में खुजली और लालिमा होना आम है। स्किन एलर्जी किसी के संपर्क के तुरंत बाद बाद हो सकती है।
सांस लेने में तकलीफ या घरघराहटइसमें सीने में जकड़न महसूस होने के साथ सांस लेने और खांसी आने पर समस्या होती। यह पालतू जानवरों और घर के अंदर मौजूद धूल से होती है।
कंजंक्टिवाइटिस आंखें लाल होना, खुजली होना और पानी आना कंजंक्टिवाइटिस के लक्षण हैं। सर्दियों में यह साम समस्या है। यह सर्दियों में एलर्जी के सबसे आम प्रकार में से एक है। इससे आपको खांसी और नाक में पानी आ सकता है।
एलर्जिक शिनर्सएलर्जिक शिनर्स सर्दियों के मौसम के दौरान होने वाली एलर्जी के प्रकारों में से एक है। इसमें आंखों के नीचे डार्क सर्कल हो जाते हैं। इसका एलर्जी रिएक्शन साइनस के पास ब्लड फ्लो बढ़ने के रूप में नजर आता है। विंटर एलर्जी के बारे में जानना महत्वपूर्ण बातों में से एक है। यह एलर्जी कंजंक्टिवाइटिस के साथ भी जुड़ी है।
धूलअगर आप धूल से होने वाले एलर्जी से पीड़ित हैं, तो आपने नोटिस किया होगा कि सर्दियों में यह समस्या ज्यादा बढ़ जाती है। घर में धूल को कम करके इस समस्या से बचा जा सकता है। इसके अलावा आपको पालतू जानवरों के संपर्क में आने से बचना चाहिए।
सर्दियों में एलर्जी के कारणघर के भीतर के एलर्जी के कारणों से बचें जैसे धूल, परफ्यूम, पालतू जानवर के फर और बाल ठंडी हवाओं आदि के संपर्क में न आएं, इसका ध्यान रखना चाहिए। घर में हल्के-फुल्के व्यायाम करें। जितना संभव हो सके, सीढ़ियां चढ़ें, ताकि थोड़ा व्यायाम हो सके। इसके अलावा श्वांस संबंधी व्यायाम जरूर करें।
सर्दियों में एलर्जी से बचने के उपचार- खूब पानी पीना चाहिए- पर्याप्त आराम करें- गर्म कपड़े पहनकर रहें- आंख और नाक अच्छी तरह ढक कर रखें- सनस्क्रीन और मॉश्चराइजर का त्वचा पर भरपूर इस्तेमाल करें- एलर्जी से बचने के लिए बेडशीट गर्म पानी से साफ करें- दीवारों पर भी फंगल न लगने दें