बेंगलुरू, 17 मार्च: चेन्नैयन एफसी ने पहली बार इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में हिस्सा ले रही बेंगलुरू एफसी के सपने को तोड़ते हुए दूसरी बार खिताब जीत लिया। चेत्रैयन ने शनिवार को खेले गए आईएसएल-4 के फाइनल में बेंगलुरु एफसी को 3-2 से मात दी। इस जीत के साथ ही चेन्नई की टीम दो बार यह खिताब जीतने वाली दूसरी टीम बन गई है। एटलेटिको डे कोलकाता (एटीके) ने 2014 और 2016 में यह खिताब जीता था।
चेन्नई की टीम इससे पहले 2015 में भी चैम्पियन बन चुकी है। उस साल फाइनल में चेन्नई ने एफसी गोवा को हराया था। चेन्नई को दूसरी बार आईएसएल खिताब दिलाने में मेलसन आल्वेस (17वें और 45वें) और रफाएल अगस्तो (67वें) का अहम रोल रहा। बेंगलुरू की ओर से कप्तान सुनील छेत्री (9वां मिनट) और मीकू (इंजुरी टाइम) ने एक-एक गोल किया।
पहले ही प्रयास में खिताब का सपना लेकर मैदान पर उतरे छेत्री ने बेंगलुरू को नौवें मिनट में ही सफलता दिला दी थी। छेत्री का यह इस सत्र का 14वां गोल था जो उन्होंने मीकू और उदांता सिंह के प्रयास के बाद किया। मीकू ने उदांता को एक सटीक पास दिया, जिसे लेकर वह तेजी से दौड़े। उन्होंने सही समय पर गेंद को बॉक्स की ओर किया। मेलसन ने इसे रोकने का प्रयास किया, पर नाकाम रहे। छेत्री ने सूझबूझ दिखाते हुए बेहतरीन हेडर के जरिए गोल किया।
कांतिरावा स्टेडियम में दर्शक और बेंगलुरू के खिलाड़ियों ने इसका जश्न मनाया। 17वें मिनट में चेन्नई ने एक बेहतरीन मूव बनाया और बराबरी का गोल करते हुए मेजबान टीम को सन्न कर दिया।
चेन्नई के लिए यह गोल मेलसन ने दागा। उन्होंने ग्रेगरी नेल्सन की मदद से गेंद को पोस्ट में डालकर बराबरी दिला दी। मेलसन का यह इस सत्र का तीसरा गोल था।
इसके बाद कोई बड़ा मौका नहीं बना। 22वें मिनट में नेल्सन को पीला कार्ड मिला। 30वें मिनट में हालांकि बेंगलुरू को आगे निकलने का मौका मिला था लेकिन उसे सफलता नहीं मिली। ऐसा लगा कि पहला हाफ 1-1 की बराबरी पर समाप्त होगा लेकिन मेलसन ने 45वें मिनट में नेल्सन द्वारा दाएं छोर से लिए गए कॉर्नर पर हेडर के जरिए गोल करते हुए चेन्नई को 2-1 से आगे कर दिया।
दूसरे हाफ की शुरुआत में बेंगलुरू ने गेंद पर अच्छी पकड़ बनाए रखी और लगातार तीन कार्नर हासिल किए। उसे हालांकि सफलता नहीं मिली। 51वें मिनट में चेन्नई के लिए नेल्सन ने एक अच्छा प्रयास किया लेकिन वह गुरप्रीत को नहीं छका सके। गुरप्रीत ने बेंगलुरू के लिए अच्छा बचाव किया।
इसकी भरपाई हालांकि रफाएल अगस्तो ने 67वें मिनट में कर दी। चेन्नई 3-1 से आगे हो चुका था। रफाएल ने यह गोल चेन्नई के सबसे बड़े स्टार जेजे लालपेखलुआ के पास पर किया। यह एक नायाब गोल था।
बेंगलुरू ने 74वें मिनट में अच्छा मूव बनाया लेकिन करणजीत सिंह ने छेत्री के हेडर को रोकते हुए अपनी टीम की दो गोल की बढ़त को कायम रखा। 78वें मिनट में लेनी रोड्रिग्वेज को पीला कार्ड मिला। 87वें मिनट में छेत्री बेहद करीब से गोल करने से चूक गए पर अतिरिक्त समय के दूसरे मिनट में मीकू ने उदांता के पास पर गोल करते हुए स्कोर 2-3 कर दिया। मीकू का यह इस सत्र का 15वां गोल है। छेत्री ने अगर वह गोल कर दिया होता तो स्कोर 3-3 होता।