मुंबईः एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े की पत्नी क्रांति रेडकर ने महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक द्वारा समीर का एक कथित बर्थ सर्टिफिकेट साझा किए जाने और धर्मपरिवर्तन का आरोप लगाने के बाद कहा है, हम दोनों जन्म से हिंदू हैं और हमने कभी भी धर्म परिवर्तन नहीं किया। क्रांति रेडकर ने कहा कि समीर की पिछली शादी स्पेशल मैरिज ऐक्ट के तहत हुई थी और साल 2016 में तलाक हो गया।
समीर की पत्नी क्रांति रेडकर वानखेड़े ने ट्विटर पर लिखा, 'मैं और मेरे पति समीर, दोनों जन्म से हिंदू हैं। हमने कभी भी धर्म परिवर्तन नहीं किया है। हम सभी धर्मों की इज्जत करते हैं। समीर के पिता भी हिंदू हैं और उन्होंने मेरी मुस्लिम सास से शादी की थी, जो अब इस दुनिया में नहीं हैं। समीर की पिछली शादी स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत हुई थी और साल 2016 में तलाक हो गया। हमारी शादी साल 2017 में हिंदू मैरिज एक्ट के तहत रजिस्टर्ड है।'
दरअसल हाल ही में एनसीपी नेता नवाब मलिक (Nawab Malik) ने ट्विटर पर एक दस्तावजे साझा किया था और दावा किया था कि समीर वानखेड़े का असली नाम समीर दाउद वानखेड़े है। नवाब मलिक द्वारा साझा किए गए समीर के जन्म प्रमाण पत्र में पिता का नाम 'दाऊद के वानखेड़े' लिखा हुआ था। एनसीपी नेता ने तस्वीर के साथ लिखा था कि 'समीर दाऊद वानखेड़े का यहां से शुरू हुआ फर्जीवाड़ा।'
यही नहीं नवाब मलिका ने यहां तक दावा किया कि समीर ने परीक्षा और नौकरी में आरक्षण पाने के लिए एक दलित के रूप में अपनी पहचान बताई थी।