वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में समाजवादी पार्टी के नेता हरीश मिश्रा पर चाकू से हमला किया गया। भीड़ ने दो हमलावरों को पकड़ लिया और उनकी पिटाई कर दी, जिससे वे लहूलुहान हो गए। हमलावर कथित तौर पर करणी सेना से जुड़े हैं। मिश्रा ने करणी सेना पर कुछ बयान दिए थे। घटनास्थल से एक वीडियो सामने आया है। वीडियो में दोनों आरोपी पुलिस वैन में बैठे नजर आ रहे हैं। एक आरोपी शर्टलेस बैठा है, जबकि दूसरे की शर्ट खून से सनी हुई है। वीडियो में पुलिस मिश्रा से बात करती नजर आ रही है। पुलिसकर्मी मिश्रा से कह रहे हैं, "हम इनको यहां चौकी पर नहीं बैठा सकते इस हालत में, या तो हम इन्हें थाने ले जाएंगे मेडिकल करेंगे।" जिस पर मिश्रा सहमति जताते हैं।
एक और वीडियो सामने आया है जिसमें मिश्रा को एक हमलावर को गर्दन से पकड़ते और बाद में उसे पुलिस के हवाले करते हुए देखा जा सकता है। वाराणसी पुलिस ने हमलावरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की पुष्टि की है। पुलिस ने यह भी पुष्टि की है कि दोनों पक्षों को चोटें आई हैं और उन्हें इलाज के लिए भेजा गया है।
करणी सेना ने किया विरोध प्रदर्शन
इससे पहले दिन में सपा सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा राणा सांगा पर की गई 'देशद्रोही' टिप्पणी से नाराज करणी सेना ने राणा सांगा की जयंती के अवसर पर आगरा में विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों को पुलिस को घेरते हुए हाथों में तलवारें और लाठियां लहराते हुए देखा जा सकता है।
सपा सांसद रामजी लाल सुमन का बयान
पिछले महीने की शुरुआत में संसद में बोलते हुए सपा सांसद रामजी लाल सुमन ने कहा, "भाजपा नेता अक्सर दावा करते हैं कि मुसलमानों में बाबर का डीएनए है। लेकिन भारतीय मुसलमान बाबर को अपना आदर्श नहीं मानते। असल में, बाबर को भारत कौन लाया? राणा सांगा ने ही उसे इब्राहिम लोदी को हराने के लिए आमंत्रित किया था। इस तर्क से, अगर आप दावा करते हैं कि मुसलमान बाबर के वंशज हैं, तो आप भी राणा सांगा के वंशज हैं-एक गद्दार। हम बाबर की आलोचना करते हैं, लेकिन राणा सांगा की नहीं।"78